नई दिल्ली। थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति आगामी महीनों में और नीचे आएगी। 2018 में यह औसतन 2.8 प्रतिशत पर रहेगी। नोमूरा की एक रिपोर्ट में यह अनुमान जताया गया है।
जापान की वित्तीय सेवा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ने कहा कि सब्जियों के दाम घटने और अनुकूल आधार प्रभाव की वजह से आगामी महीनों में थोक मुद्रास्फीति और नीचे आएगी। नोमूरा के शोध नोट में कहा गया है कि आगामी सप्ताह में खाद्य वस्तुओं (सब्जियों) के दाम और घटने और ईंधन मुद्रास्फीति पर अनुकूल आधार प्रभाव से आगामी महीनों में थोक मुद्रास्फीति और नीचे आएगी। उसके बाद यह स्थिर होगी।
नोमूरा का अनुमान है कि थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 2017 के 3.1 प्रतिशत से घटकर 2018 में औसतन 2.8 प्रतिशत रहेगी। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार थोक मुद्रास्फीति सितंबर में घटकर 2.60 प्रतिशत पर आ गई। सब्जियों की अगुवाई में खाद्य वस्तुओं के दाम घटने से मुद्रास्फीति घटी है।