नई दिल्ली। थोक कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति की दर सितंबर में बढ़कर 1.32 प्रतिशत हो गई, जो अगस्त में 0.16 प्रतिशत थी। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक महंगे खाद्य पदार्थों की वजह से सितंबर में थोक महंगाई दर में वृद्धि हुई है। एक साल पहले समान माह में थोक मुद्रास्फीति 0.33 प्रतिशत थी।
थोक मूल्य सूचकांक आधारित (डब्ल्यूपीआई) मुद्रास्फीति इससे पहले लगातार चार महीने नकारात्मक क्षेत्र में थी। अप्रैल में यह (-) 1.57 प्रतिशत, मई में (-) 3.37 प्रतिशत, जून में (-) 1.81 प्रतिशत और जुलाई में (-) 0.58 प्रतिशत थी।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक खाद्य पदार्थों की मुद्रास्फीति सितंबर के दौरान बढ़कर 8.17 प्रतिशत रही, जो अगस्त में 3.84 प्रतिशत थी। 3.91 प्रतिशत नकारात्मक मुद्रास्फीति के साथ सितंबर में अनाज के दाम कम हुए है, जबकि दालों में महंगाई दर बढ़कर 12.53 प्रतिशत रही।
सितंबर में सब्जियों की महंगाई दर सबसे उच्च स्तर 36.54 प्रतिशत रही। इस दौरान आलू की कीमत एक साल पहले की तुलना में 107.63 प्रतिशत बढ़ी है। हालांकि प्याज की महंगाई दर नकारात्मक 31.64 प्रतिशत रही।
विनिर्मित उत्पाद श्रेणी में मुद्रास्फीति सितंबर के दौरान बढ़कर 1.61 प्रतिशत रही, जो एक महीने पहले 1.27 प्रतिशत थी।