नई दिल्ली। दाल, सब्जी और खाने पीने की दूसरी वस्तुओं के अलावा पेट्रोल और रसोई गैस महंगी होने के चलते अक्टूबर में थोक महंगाई दर में उछाल आया है। अक्टूबर में थोक महंगाई दर -3.81 रही। हालांकि थोक महंगाई दर पिछले 12 महीने शून्य से नीचे है। लेकिन फिर भी पिछले महीनों के मुकाबले इसमें तेजी दर्ज की गई है। सितंबर में महंगाई दर -4.54 और अगस्त में -4.95 फीसदी थी।
खाने पीने के सामान सबसे ज्यादा महंगे
सेंट्रल स्टैटिस्टिकल ऑफिस(सीएसओ) द्वारा सोमवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार पिछले महीनें दाल, अनाज, फल और सब्जी सहित दूसरी खाने पीने की वस्तुओं की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं। अक्टूबर में खाने पीने की वस्तुओं की महंगाई दर 2.44 फीसदी रही, जबकि सितंबर में यह 0.69 फीसदी थी। वहीं अगस्त की बात की जाए तो खाने पीने की वस्तुओं की महंगाई दर शून्य के नीचे -1.13 फीसदी थी। अक्टूबर में दालों की महंगाई दर सितंबर में 38.56 फीसदी के मुकाबले 52.98 फीसदी रही। हालांकि प्याज में जरूर नरमी दिखाई दी। प्याज की थोक महंगाई दर सितंबर में 113.70 फीसदी से गिरकर अक्टूबर में 85.66 फीसदी पर आ गई।
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पेट्रोल और एलपीजी ने भी भड़काई महंगाई
अक्टूबर में फ्यूल और पावर सेक्टर में भी महंगाई देखी गई। अक्टूबर में फ्यूल और पावर ग्रुप की महंगाई दर -16.32 फीसदी रही। जो कि सितंबर में 17.71 फीसदी था। पेट्रोल की थोक महंगाई दर 13.16 फीसदी रही। जो कि सितंबर में -14.78 फीसदी और अगस्त में -13.26 फीसदी थी।