नई दिल्ली। जनवरी में WPI यानी थोक महंगाई दर में बढ़ोतरी हो गई है। यह बढ़कर 30 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। दिसंबर के मुकाबले जनवरी में थोक महंगाई दर 3.39 फीसदी से बढ़कर 5.25 फीसदी हो गई। वहीं, नवंबर की थोक महंगाई दर 3.15 फीसदी से संशोधित होकर 3.38 फीसदी हो गई है। हालांकि हाल में आए रिटेल महंगाई के आंकड़ों में गिरावट देखने को मिली थी। यह जनवरी में घटकर 3.17 फीसदी पर आ गई है। जबकि, दिसंबर 2016 में 3.41 फीसदी पर थी।
थोक महंगाई के आंकड़ों पर एक नजर
- महीने दर महीने आधार पर जनवरी में खाने-पीने की चीजों की महंगाई दर -0.7 फीसदी के मुकाबले -0.5 फीसदी रही है।
- प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर भी बढ़ी है।
- महीने दर महीने आधार पर जनवरी में प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर 0.27 फीसदी से बढ़कर 1.27 फीसदी रही है।
- वहीं महीने दर महीने आधार पर जनवरी में फ्यूल और पावर की महंगाई दर 8.65 फीसदी से बढ़कर 18.14 फीसदी रही है।
- महीने दर महीने आधार पर जनवरी में मैन्यूफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की महंगाई दर 3.67 फीसदी से बढ़कर 3.99 फीसदी हो गई है। जबकि महीने दर महीने आधार पर जनवरी में कोर महंगाई की दर 2.2 फीसदी से बढ़कर 2.7 फीसदी हो गई है।
रिटेल महंगाई दर घटकर 3.17 फीसदी पर आई
जनवरी में आम लोगों को महंगाई से कुछ राहत मिली है। सब्जियों, दालों और दूसरे खाने-पीने की चीजों में आई नरमी से रिटेल महंगाई दर (सीपीआई) घटकर 3.17 फीसदी पर आ गई है। दिसंबर 2016 में सीपीआई 3.41 फीसदी पर थी। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक यह नोटबंदी के बाद लगातार दूसरा महीना है, जब रिटेल महंगाई में गिरावट दर्ज की गई है।
खाने-पीने की चीजों की महंगाई दर घटी
- जनवरी में खाने-पीने की चीजों की महंगाई दर 1.37 फीसदी से घटकर 0.53 फीसदी रही।
- सब्जियों की महंगाई दर -14.59 फीसदी के मुकाबले -15.62 फीसदी रही है।
- महीने दर महीने आधार पर जनवरी में फ्यूल, लाइट की महंगाई दर 3.77 फीसदी से घटकर 3.42 फीसदी रही है।
कपड़ों, जूतों की महंगाई भी घटी
- जनवरी में कपड़ों, जूतों की महंगाई दर 4.88 फीसदी से घटकर 4.71 फीसदी रही है।
- अनाजों और उत्पादों की महंगाई दर 5.25 फीसदी से मामूली घटकर 5.23 फीसदी रही है।
- दालों की महंगाई दर -1.57 फीसदी के मुकाबले -6.62 फीसदी रही है।
- दूध और उत्पादों की महंगाई दर 4.40 फीसदी से घटकर 4.23 फीसदी रही है।
- चीनी और मिठाईयों की महंगाई दर 21.06 फीसदी से घटकर 18.69 फीसदी रही है।