नई दिल्ली। थोक मूल्य सूचकांक (WPI) पर आधारित महंगाई दर जून में घटकर 0.9 प्रतिशत रही। शुक्रवार को सरकार द्वारा जारी आंकड़ों में यह खुलासा हुआ है। इससे पहले रिटेल महंगाई दर में भी गिरावट दर्ज की गई है और थोक महंगाई दर उसी के अनुरूप है। मई में थोक महंगाई दर बढ़कर 2.17 प्रतिशत हो गई थी।
यह भी पढ़ेंं: मोबाइल पर स्पैम कॉल्स से परेशान देशों की लिस्ट में भारत पहले स्थान पर, Truecaller सर्वे में खुलासा
आंकड़ों से पता चलता है कि जून में खाद्य पदार्थों की थोक कीमतों में 1.25 प्रतिशत की कमी आई है, जबकि एक माह पहले मई में इनकी कीमतें 0.15 प्रतिशत बढ़ी थीं। जून में भारत की वार्षिक रिटेल महंगाई दर भी घटकर 1.54 प्रतिशत हो गई है, जो पिछले पांच साल की सबसे धीमी वृद्धि दर है।
यह भी पढ़ेंं: Tearful Tragedy: प्याज का निर्यात रिकॉर्डतोड़ होकर 3 गुना बढ़ा, लेकिन किसानों को नहीं मिल रहा ज्यादा एक्सपोर्ट का फायदा
रिटेल और थोक महंगाई दर में कमी आने से अब भारतीय रिजर्व बैंक पर ब्याज दरों में कटौती करने का और दबाव बन गया है। रिजर्व बैंक की द्वीमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा 2 अगस्त को होनी है। ऐसी संभावना है कि केंद्रीय बैंक अपनी प्रमुख नीतिगत ब्याज दरों में 0.25 से लेकर 0.50 के बीच कटौती कर सकता है।