नई दिल्ली। जून में चार साल के उच्च स्तर को छूने के बाद जुलाई में थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित महंगाई दर में गिरावट आई है और यह 5.09 फीसदी रही। जून में खाद्य पदार्थों और ईंधन की कीमतें बढ़ने की वजह से WPI आधारित महंगाई दर चार साल के उच्च स्तर 5.77 फीसदी पर पहुंच गई थी।
जुलाई में प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर 1.73 फीसदी रही तो जून में 5.3 फीसदी थी। वहीं, जुलाई में मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की महंगाई दर 4.26 फीसदी रही जो जून में 4.17 फीसदी थी। जुलाई के दौरान WPI महंगाई दर में खाद्य पदार्थों के दाम घटने की वजह से भी कमी आई।
सोमवार को आए आंकड़ों के अनुसार खुदरा महंगाई दर (CPI) जुलाई में 4.17 फीसदी रही। इससे पिछले महीने में यह 4.90 फीसदी थी। खाद्य महंगाई दर में 1.37 फीसदी की बढ़ोतरी हुई जो जून में 2.91 फीसदी रही थी। ईंधन से जुड़ी महंगाई जून के 7.14 फीसदी से बढ़कर जुलाई में 7.96 फीसदी रही। सब्जियों की महंगाई दर में जुलाई में सबसे ज्यादा कमी दर्ज की गई। सब्जियों की महंगाई दर जुलाई में 2.2 फीसदी रही जो जून में 7.8 फीसदी थी।