नई दिल्ली। विश्वबैंक ने उम्मीद जताई कि रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन द्वारा शुरू किए गए बैंकिंग सुधार उनके सितंबर में जाने के बाद भी जारी रहेंगे क्योंकि भारत की वृहद आर्थिक नीतियां मजबूत हैं। विश्वबैंक के कंट्री डायरेक्टर इंडिया ओन्नो रूही ने कहा, मैं इस बात को वास्तव में विशेष रूप से कहना चाहता हूं कि भारत की वृहद आर्थिक नीतियां बहुत मजबूत हैं। उसके पास एक प्रभावी और पारंपरिक सोच वाला पर्यवेक्षक है। ऐसे में वहां (बैकिंग सुधारों) के रास्ते में बदलाव का कोई कारण नहीं दिखता। उन्होंने यह बात राजन के गवर्नर पद छोड़कर जाने के बाद उनके द्वारा शुरू किए गए बैंकिंग सुधारों पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में कही। उन्होंने कहा कि उनके पास भविष्य का आकलन करने की क्षमता नहीं है लेकिन वह रघुराम राजन के निजी निर्णय का सम्मान करते हैं।
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वहीं रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने उम्मीद जतायी कि उनके उत्तराधिकारी भी मुद्रास्फीति के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे और भविष्य में इसे कम से कम स्तर पर रखने का प्रयास करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय बैंक ने उद्योगों की नीतिगत दरों में ज्यादा कटौती करने की मांग को नहीं मानकर सही फैसला लिया। राजन ने रिजर्व बैंक गवर्नर का पद छोड़ने की घोषणा करने के दो दिन बाद यह बातें कही। गौरतलब है कि बीते हफ्ते शनिवार को रघुराम राजन ने दूसरे टर्म में गवर्नर पद न संभालने की बाद कही थी।