नई दिल्ली। सुस्त अर्थव्यवस्था को लेकर आलोचनाएं झेल रही मोदी सरकार के लिए राहत की खबर है। ईज ऑफ डुइंग बिजनेस के क्षेत्र में भारत उन 20 देशों की सूची में शामिल हो गया है, जिसने सबसे अधिक सुधार किया है। गौरतलब है कि विश्व बैंक ईज ऑफ डुइंग बिजनेस की फाइनल लिस्ट 24 अक्टूबर को जारी करेगा। भारत ने 'इज ऑफ डूइंग बिजनेस' को चार क्षेत्रों 'बिजनस शुरू करना, दिवालियेपन का समाधान करना, सीमा पार व्यापार और कंस्ट्रक्शन की मंजूरी जैसे चार बड़े सुधार किए हैं।
छोटे और मध्यम उद्योग पर किया फोकस
विश्व बैंक ने टॉप-20 परफॉर्मर्स की सूची जारी की है। मई 2019 को समाप्त हो रही 12 महीने की अवधि के दौरान उनके प्रदर्शन का मूल्यांकन किया गया है। छोटे और मध्यम उद्योग अपना व्यवसाय कर सकें, इस दिशा में सुधार के लिए इन देशों ने सबसे अधिक प्रगति की है। वर्ल्ड बैंक का कहना है कि टॉप 20 की सूची में व्यवसाय के लिए कोई आर्थिक आकर्षण नहीं दिखा, यह सिर्फ 10 विभिन्न नियामक क्षेत्रो में सुधार पर आधारित है।
टॉप 50 में आना है भारत का लक्ष्य
उल्लेखनीय है कि नरेंद्र मोदी सरकार 2014 में सत्ता में आई थी। उस समय भारत ईज ऑफ डुइंग बिजनेस की 190 देशों की सूची में 142वें स्थान पर था। 2017 में 100वें स्थान पर था जबकि 2018 में भारत ईज ऑफ डुइंग बिजनेस की लिस्ट में 77वें स्थान पर पहुंच गया था। सरकार का लक्ष्य इज ऑफ डुइंग बिजनस के मामले में टॉप 50 में स्थान बनाना है।