नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक ने विश्व बैंक के साथ 62.5 करोड़ डॉलर के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे देश में छत पर ग्रिड से जुड़े सौर ऊर्जा कार्यक्रम को तेजी से बढ़ाने में सहयोग किया जाएगा। देश के सबसे बड़े बैंक ने एक बयान में बताया कि इससे उसे देश में छत पर ग्रिड से जुड़ी सौर फोटोवोल्टिक परियोजनाओं के लिए प्रतिस्पर्धी दरों में वित्त पोषण में मदद मिलेगी।
बयान में कहा गया है कि इससे सौर ऊर्जा क्षेत्र के बाजार में तेजी आएगी और बड़ी संख्या में छत पर लगने वाले सौर ऊर्जा फोटोवोल्टिक सौर पैनल के जरिये सरकार के 40 गीगावाट बिजली उत्पादन के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को पूरा करने में मदद मिलेगी। सस्ते कर्ज की इस सुविधा का लाभ वाणिज्यिक, औद्योगिक और संस्थागत प्रतिष्ठानों की छतों पर सौर ऊर्जा फोटोवोल्टिक परियोजना लगाने वाले विकासकर्ता, समूहक और अंतिम प्रयोक्ता को मिलेगा।
इस पहल से देशभर में कम से कम 400 मेगावाट सौर ऊर्जा क्षमता का विकास किया जाएगा। समझौते पर भारतीय स्टेट बैंक के उप प्रबंध निदेशक करणम सेकर और विश्वबैंक के भारत निदेशक ओन्नो रूह्ल ने वित्त मंत्री अरुण जेटली, बिजली मंत्री पीयूष गोयल, विश्वबैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम और आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए।
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