वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उनकी सरकार चीन की टेक्नोलॉजी कंपनी हुवावे को देश के भीतर आने नहीं देगी क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित है। ट्रंप ने एक सवाल का जवाब देते हुए संवाददाताओं से कहा कि हम हुवावे को देश में नहीं आने देंगे। हमारा रुख इस बारे में नहीं बदला है।
उन्होंने कहा कि हम उन मामलों में हुवावे के साथ कारोबार कर सकते हैं, जो सुरक्षा से नहीं जुड़े हैं, लेकिन कुछ भी राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा रहा तो हम हुवावे के साथ कारोबार नहीं करने वाले हैं। इस बीच सांसद मार्को रुबियो और रॉन वाइडेन ने विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ से अनुरोध किया है कि चीन की निगरानी प्रणाली का इस्तेमाल करने वाले देशों का भ्रमण करने से बचने को लेकर पर्यटन परामर्श जारी किया जाए।
उन्होंने कहा कि चीन स्मार्ट सिटी और सेफ सिटी के नाम पर निगरानी करने वाली प्रणालियां विभिन्न देशों को बेच रहा है। लोगों को इसके दुष्परिणाम के बारे में बताया जाना चाहिए।
अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद हुवावे की आमदनी बढ़ी
अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद चालू साल की पहली छमाही में हुवावे की आमदनी में इजाफा हुआ है। अमेरिका ने मई में कंपनी को सुरक्षा चिंताओं की वजह से अमेरिकी बाजार में काली सूची में डाल दिया था। चीन की प्रौद्योगिकी कंपनी को इस वजह से काफी दबाव झेलना पड़ रहा है।
यही नहीं अमेरिका दुनिया के विभिन्न देशों पर कंपनी के दूरसंचार उपकरणों की खरीद रोकने को लॉबिंग कर रहा है। कंपनी ने बताया कि चालू साल के पहले छह माह में उसका राजस्व 23.2 प्रतिशत बढ़कर 401.3 अरब युआन यानी 58.3 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। इस दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ मार्जिन 8.7 प्रतिशत रहा।
हुवावे के चेयरमैल लियांग हुआ ने कहा कि अमेरिकी प्रतिबंधों की वजह से कुछ दिक्कतें आई हैं लेकिन कुल मिलाकर चीजें नियंत्रण में हैं।