सैन फ्रांसिस्को। दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन (Amazon) के खिलाफ उसी की कुछ महिला कर्मचारियों ने भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। मीडिया ने बताया कि अमेजन के खिलाफ उसकी ही पांच महिला कर्मचारियों ने अलग-अलग भेदभाव और प्रतिशोधात्मक मुकदमे दर्ज कराए हैं। इन कर्मचारियों ने कॉरपोरेट भूमिकाओं में या गोदाम प्रबंधन में ई-कॉमर्स कंपनी में काम किया है।
रिकोड ने बुधवार को सूचना दी कि महिलाओं ने, अपने शुरूआती दिनों का ज्रिक करते हुए विभिन्न अमेरिकी जिला अदालतों में दायर मुकदमे में आरोप लगाया कि उन्हें श्वेत प्रबंधकों द्वारा नस्ल, लिंग, या यौन उत्पीड़न या भेदभाव के बारे में आंतरिक रूप से शिकायत करने के लिए प्रतिशोध किया गया था, जो उन्होंने अनुभव किया था। इनमें से तीन महिलाएं अभी भी अमेजन में काम करती हैं, जबकि दो ने कंपनी छोड़ दी है।
विगडोर एलएलपी पार्टनर्स, लॉरेंस एम पियर्सन और जीन एम क्रिस्टेंसन ने शेर्लोट न्यूमाना ब्लैक अमेजन मैनेजर का प्रतिनिधित्व किया और कहा कि अमेजन की महिलाओं और कर्मचारियों ने दबी आवाज में उत्पीड़न और भेदभाव की शिकायतें की हैं। पीड़ित पर्ल थॉमस, जो एक 64 वर्षीय अश्वेत महिला हैं, उन्होंने मुकदमे में आरोप लगाया कि उनको अपने बॉस की नस्लवादी टिप्पणियों के बारे में शिकायत करने के बाद प्रदर्शन सुधार योजना पर रखा गया था।
अमेजन के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी इन सभी संबंधित मामलों की गहन जांच कर रही है। प्रवक्ता के हवाले से कहा गया कि हमें आरोपों का समर्थन करने के लिए कोई सबूत नहीं मिला है। अमेजन एक विविध, न्यायसंगत और समावेशी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कड़ी मेहनत करता है। हम किसी भी रूप में भेदभाव या उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं करते हैं और कर्मचारियों को प्रबंधन के माध्यम से लगातार प्रोत्साहित किया जाता है।
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