नई दिल्ली। गेहूं की बुवाई का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है और इसके अंतर्गत कुल रकबा 7.87 प्रतिशत बढ़कर 315.55 लाख हैक्टेयर पहुंच गया है। कुछ राज्यों में अच्छी बारिश से बेहतर फसल की संभावना बढ़ी है।
कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार मौजूदा रबी मौसम में गेहूं के अंतर्गत रकबा बढ़कर 315.55 लाख हैक्टेयर हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 292.52 लाख हैक्टेयर था।
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईसीएआर) के महानिदेशक त्रिलोचन महापात्र ने कहा,
गेहूं की बुवाई अंतिम चरण में है। रकबा पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले अधिक है। मौजूदा बारिश से न केवल गेहूं बल्कि अन्य फसलों की भी अच्छी वृद्धि होनी चाहिए।
- दलहन के अंतर्गत रकबा भी अबतक 11.55 प्रतिशत बढ़कर 159.28 लाख हैक्टेयर पहुंच गया, जो पिछले साल इसी अवधि में 143.05 लाख हैक्टेयर था।
- इसी प्रकार, तिलहन का रकबा इसी अवधि में 78.58 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 83.84 लाख हैक्टेयर हो गया।
- हालांकि धान के अंतर्गत रकबा कम होकर 21.77 लाख हैक्टेयर रहा, जो इससे पिछले साल इसी अवधि में 25.64 लाख हैक्टेयर था।
- मोटा अनाज के अंतर्गत रकबा भी घटकर 56.90 लाख हैक्टेयर रहा, जो पिछले साल इसी अवधि में 60.24 लाख हैक्टेयर था।
- रबी फसल के अंतर्गत कुल रकबा 2016-17 में बढ़कर अबतक 637.34 लाख हैक्टेयर हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 600.02 लाख हैक्टेयर था।