शंघाई। चीन के पहले स्वदेश निर्मित C-919 यात्री विमान ने अपनी पहली उड़ान को शुक्रवार को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इस सफलता के साथ ही बीजिंग ने वैश्विक एविएशन बाजार में अपना पहला कदम आगे बढ़ा दिया है। चीन अब घरेलू स्तर पर हाई-टेक मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देगा।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, इस विमान के नाम का सी अक्षर चीन और सीओएमएसी दोनों का प्रतिनिधित्व करता है। इस विमान को पहले ही 23 घरेलू और विदेशी खरीदारों से 570 ऑर्डर प्राप्त हो चुके हैं। यह विमान वैश्विक एविएशन बाजार में मजबूत स्थिति बनाने की चीन की महात्वाकांक्षा का प्रतीक है। अगले 20 सालों में इस बाजार के 2 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। चीन के इस कदम से बोइंग और एयरबस जैसे कंपनियों को खतरा महसूस होने लगा है, अभी तक इन दोनों कंपनियों का ही बाजार पर एकाधिकार है। यह भी पढ़े : दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति वॉरेन बफे के पास नहीं है स्मार्टफोन, आज तक किया सिर्फ एक ई-मेल
हालांकि, इस समय बोइंग और एयरबस चीन से बिक्री के मामले में बहुत आगे हैं, यह कंपनियां बिक्री की तकनीक और ऑर्डर लेना अच्छे से जानती हैं। C-919 को चीन के साथ ही साथ अमेरिका और यूरोप में प्रमाणपत्र हासिल करने में कई परीक्षणों से गुजरना होगा, जिसमें कई साल लग सकते हैं। पहली उड़ान 90 मिनट की थी और विमान ने 3,000 मीटर की ऊंचाई पर अधिकतम 290-300 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से यात्रा पूरी की। इस विमान को 158-168 यात्रियों की क्षमता के हिसाब से डिजाइन किया गया है। पहली उड़ान में कोई भी यात्री सवार नहीं था।
C-919 का निर्माण सरकारी कंपनी कमर्शियल एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन ऑफ चाइना लिमिटेड (सीओएमएसी) ने किया है। इसके लिए विदेशी कंपनियों जनरल इलेक्ट्रिक, फ्रांस की सैफरान, हनीवेल इंटरनेशनल इंक और यूनाइटेड टेक्नोलॉजीज कॉर्प की सब्सिडियरी यूटीसी एयरोस्पेस सिस्टम से तकनीकी सहायता ली गई है।