नई दिल्ली। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने दो अलग-अलग आईटी सेवाओं के लिए टाटा कम्युनिकेशंस, विप्रो और टेक महिंद्रा सहित 15 कंपनियों का नाम छांटा है। इनमें आईटी ढांचे में सुरक्षा खामियों की पहचान और वर्गीकरण तथा सुरक्षा जोखिमों से संरक्षण जैसी सेवाएं शामिल हैं। सेबी ने सितंबर में अलग-अलग नोटिस जारी कर इच्छुक पक्षों से अभिरुचि पत्र (ईओआई) मांगा था।
ये सेवाएं समूचे सूचना प्रौद्योगिकी ढांचे में सुरक्षा खामियों की पहचान और वर्गीकरण की पहचान करना और इन जोखिमों से निपटने के उपाय सुझाना हैं। दूसरी सेवा नेटवर्क और सुरक्षा परिचालन केंद्र से संबंधित है। इससे नियामक को रैन्समवेयर और इसी तरह के अन्य जोखिमों की पहचान करने और उनसे बचाव करने में मदद मिलेगी।
सूचना प्रौद्योगिकी ढांचे में सुरक्षा खामियों की पहचान के लिए सेबी ने सात बोली लगाने वाली कंपनियों - विप्रो, अन्र्स्ट एंड यंग एलएलपी, प्राइसवाटरहाउस, सुमेरु सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस, डिजिटल एज स्ट्रैटिटीज, एएए टेक्नोलॉजीज, आडीटाइम इन्फॉर्मेशन सिस्टम्स (इंडिया) लि. का नाम छांटा है। नेटवर्क और सुरक्षा परिचालन केंद्र की स्थापना के लिए नियामक ने टाटा कम्युनिकेशंस, विप्रो, टेक महिंद्रा, आईबीएम इंडिया, सिफी टेक्नोलॉजीज, प्राइसवाटरहाउस, डाइमेंशन डेटा इंडिया प्राइवेट लि. का नाम छांटा है।