नई दिल्ली। देश की तीसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी विप्रो ने आज कहा कि उसके शेयरधारकों ने 11 हजार करोड़ रुपए के शेयरों की पुनर्खरीद को मंजूरी दे दी है।
विप्रो ने बंबई शेयर बाजार को बताया, विशेष प्रस्ताव को पोस्टल बैलेट तथा ई-वोटिंग के जरिये सदस्यों का आवश्यक बहुमत मिल गया है। 28 अगस्त को समाप्त हुए मतदान में 99.68 प्रतिशत शेयरधारकों ने पुनर्खरीद प्रस्ताव के पक्ष में मत दिया। कंपनी ने पिछले महीने कहा था कि वह 320 रुपए मूल्य प्रति शेयर की दर से शेयर धारकों से 34.375 करोड़ शेयर वापस खरीदेगी।
उल्लेखनीय है कि शेयरों की पुनर्खरीद से प्रति शेयर आय तथा शेयरधारकों को मिलने वाले मुनाफे में वृद्धि आती है तथा बाजार के सुस्त होने की स्थिति में शेयरों की कीमतों को समर्थन मिलता है। 30 जून 2017 के मुताबिक विप्रो की बुक में 5,432 करोड़ रुपए नगद या नगद समतुल्य राशि और 31,772 करोड़ रुपए का निवेश है।
टीसीएस के पास 43,000 करोड़ रुपए का नगदी भंडार है और उसने 16,000 करोड़ रुपए के शेयर पुनर्खरीद की घोषणा की है। इससे पहले देश की दूसरी बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस ने भी 13 हजार करोड़ रुपए के शेयरों की पुनर्खरीद की घोषणा की थी।