नई दिल्ली। दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में 2.17 प्रतिशत गिरकर 2,455.9 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले इसी तिमाही में उसने 2,510.4 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया था।
विप्रो ने मंगलवार को शेयर बाजार को बताया कि भारतीय लेखा मानक के अनुसार, समीक्षाधीन अवधि में उसकी परिचालन से आय 2.7 प्रतिशत बढ़कर 15,470.5 करोड़ रुपए हो गई, जो कि 2018-19 की दिसंबर तिमाही में 15,059.5 करोड़ रुपए थी। विप्रो ने मार्च तिमाही में आईटी सेवाओं से आय में 2 प्रतिशत तक की वृद्धि का अनुमान जताते हुए कहा कि इस कारोबार से 209.5-213.7 करोड़ डॉलर का राजस्व आने की उम्मीद है।
दिसंबर तिमाही में कंपनी की आईटी सेवाओं से आय 209.48 करोड़ डॉलर रही। विप्रो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक आबिद अली जेड नीमचवाला ने कहा कि हमने सभी कारोबारी इकाइयों, क्षेत्रों और गतिविधियों में दीर्घकालिक वृद्धि के साथ तीसरी तिमाही में अच्छा प्रदर्शन किया। हम अपने ग्राहकों के साथ संबंधों को मजबूत करने और बड़े कारोबारी सौदे हासिल करने पर ध्यान देना जारी रखेंगे।
विप्रो ने निदेशक मंडल ने अपने निवेशकों को प्रति शेयर एक रुपए (0.014 डॉलर) का अंतरिम लाभांश देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।