नई दिल्ली। आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी विप्रो लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 12.5 प्रतिशत बढ़कर 2,387.6 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। कंपनी ने वर्ष की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर के लिए 2 प्रतिशत क्रमबद्ध राजस्व वृद्धि की उम्मीद जताई है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान, कंपनी की कुल एकीकृत आय करीब 5 प्रतिशत बढ़कर 15,566.6 करोड़ रुपए रही। वहीं, समीक्षाधीन अवधि के दौरान उसकी आय 5.3 प्रतिशत बढ़कर 14,716.1 करोड़ रुपए रही। एक साल पहले की अप्रैल-जून तिमाही में यह आंकड़ा 13,977.7 करोड़ रुपए रहा था।
विप्रो की आईटी सेवाओं से आय सालाना आधार पर 4.3 प्रतिशत बढ़कर 203.88 करोड़ डॉलर रही। कंपनी ने इससे पहले आईटी सेवाओं से राजस्व के 204.6 करोड़ डॉलर से 208.7 करोड़ डॉलर के बीच रहने की संभावना जताई थी। विप्रो को आगामी जुलाई-सितंबर तिमाही में आईटी सेवाओं से आय 203.9 करोड़ डॉलर से 208.0 करोड़ डॉलर के दायरे में रहने की उम्मीद है। पहली तिमाही के मुकाबले यह दो प्रतिशत तक अधिक है।
विप्रो के मुख्य वित्त अधिकारी जतिन दलाल ने कहा कि हमारा आईटी सेवा मार्जिन 18.4 प्रतिशत और मुक्त पूंजी प्रवाह हमारी शुद्ध आय का 98.8 प्रतिशत रहा। हमने इस साल धीमी शुरुआत की। हालांकि, हम परिचालन पर ध्यान देते रहेंगे और भविष्य के लिए कौशल एवं क्षमताओं में निवेश करना जारी रखेंगे। कंपनी ने कहा कि वह पूर्व में घोषित 10,500 करोड़ रुपये के पुनर्खरीद प्रस्ताव को पूरा करेगी।
माइंडट्री का शुद्ध लाभ पहली तिमाही में 41.4 प्रतिशत घटा
सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी माइंडट्री का एकीकृत शुद्ध लाभ 30 जून 2019 को समाप्त तिमाही में 41.4 प्रतिशत घटकर 92.7 करोड़ रुपए रहा। माइंडट्री ने बुधवार को एक बयान में कहा कि इससे पूर्व वित्त वर्ष की इसी तिमाही में उसे 158.2 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था।
कंपनी की आय 2019-20 की अप्रैल-जून में 11.9 प्रतिशत बढ़कर 1,834.2 करोड़ रुपए रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 1,639.5 करोड़ रुपए थी। डॉलर संदर्भ में कंपनी का शुद्ध लाभ आलोच्य तिमाही में 42.7 प्रतिशत घटकर 1.34 करोड़ डॉलर रहा। वहीं आय 9.4 प्रतिशत बढ़कर 26.42 करोड़ डॉलर रही।
यस बैंक का शुद्ध लाभ पहली तिमाही में 92% से ज्यादा लुढ़का
निजी क्षेत्र के येस बैंक का चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 92.4 प्रतिशत गिरकर 95.56 करोड़ रुपए रह गया। इससे एक साल पहले इसी तिमाही में बैंक को 1,265.67 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ था। निजी क्षेत्र के इस बैंक को इससे पहले पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही जनवरी-मार्च 2019 में पहली बार 1,508.44 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था।
बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी कुल एकीकृत आय बढ़कर 9,105.79 करोड़ रुपए रही। इससे पहले 2018-19 की पहली तिमाही में यह आंकड़ा 8,301.06 करोड़ रुपए था। एकल आधार पर, बैंक का शुद्ध लाभ 2019-20 की पहली तिमाही में 91 प्रतिशत गिरकर 113.76 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की इसी अवधि में उसे 1,260.36 करोड़ रुपए का लाभ हुआ था।
इस दौरान, उसकी एकल आय बढ़कर 9,088.80 करोड़ रुपए रही, जो कि एक साल पहले की अप्रैल-जून तिमाही में 8,272.18 करोड़ रुपए थी। परिसंपत्ति गुणवत्ता के संदर्भ में, बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) 2019-20 की पहली तिमाही में बढ़कर 5.01 प्रतिशत रही, जो कि जून 2018 को समाप्त तिमाही में 1.31 प्रतिशत थी। इस दौरान, शुद्ध एनपीए भी 0.59 प्रतिशत से बढ़कर 2.91 प्रतिशत हो गया।