बेंगलुरु। देश की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी विप्रो का एकीकृत शुद्ध लाभ 2015-16 की जनवरी-मार्च तिमाही में 1.6 फीसदी घटकर 2,235 करोड़ रुपए रह गया। विप्रो ने बंबई शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि इससे पूर्व वित्त वर्ष 2014-15 की इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 2,272 करोड़ रुपए था।
हालांकि कंपनी की आय आलोच्य तिमाही में 12.9 फीसदी बढ़कर 13,741.7 करोड़ रुपए रही, जो एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में 12,171.4 करोड़ रुपए थी। आईटी सेवाओं से आय 2015-16 की मार्च तिमाही में 13.8 फीसदी बढ़कर 12,796.7 करोड़ रुपए रही, जो एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में 11,241.7 करोड़ रुपए थी। पूरे वित्त वर्ष 2015-16 में कंपनी का शुद्ध लाभ 2.7 फीसदी बढ़कर 8,892.2 करोड़ रुपए रहा, जबकि आय 9.1 फीसदी बढ़कर 51,630.7 करोड़ रुपए रही।
कंपनी के निदेशक मंडल ने करीब 2,500 करोड़ रुपए मूल्य के चार करोड़ शेयर के पुनर्खरीद को मंजूरी दी है। यह पुनर्खरीद 625 रुपए प्रति इक्विटी के भाव पर की जाएगी। यह कंपनी की कुल चुकता पूंजी का 1.62 फीसदी है।