नई दिल्ली। देश की तीसरी बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी विप्रो का एकीकृत शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में दो प्रतिशत बढ़कर 2,120.80 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 2,076.70 करोड़ रुपए रहा था।
कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि आलोच्य अवधि में परिचालन आय 2.5 प्रतिशत बढ़कर 13,977.70 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इससे पूर्व वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 13,626.10 करोड़ रुपए था। विप्रो ने कहा कि उसे आईटी कारोबार से सितंबर तिमाही में 200.90 करोड़ डॉलर से 204.90 करोड़ डॉलर के बीच राजस्व का अनुमान है। उसने कहा कि डेटा सेंटर सेवा कारोबार के विनिवेश को छोड़कर यह 0.3 प्रतिशत से 2.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
विप्रो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आबिद अली जेड नीमचवाला ने कहा कि हमने विकसित बाजारों विशेषकर उत्तरी अमेरिका तथा बैंकिंग, वित्तीय सेवा एवं बीमा क्षेत्र में खर्च में तेजी देखा है। डिजिटल में हमारा निवेश हमें मुख्य औद्योगिक श्रेणियों में फर्क पैदा करने में लगातार मदद कर रहा है, जिसका परिणाम उपभोक्ता पैमाने में लगातार हो रहा सुधार है। आलोच्य तिमाही के दौरान कंपनी का आईटी उत्पादों से प्राप्त राजस्व 350 करोड़ रुपए रहा।
विप्रो ने किया 11.7 करोड़ डॉलर में एलाइट एचआर के अधिग्रहण का करार
विप्रो ने कहा कि उसने अमेरिका की एलाइट सॉल्युशंस के साथ उसकी सहयोगी इकाई एलाइट एचआर सर्विसेज इंडिया का 11.7 करोड़ डॉलर में अधिग्रहण करने का करार किया है। विप्रो ने बंबई शेयर बाजार से कहा कि नकद में होने वाले इस सौदे के सितंबर तिमाही में पूरा हो जाने का अनुमान है।
उसने कहा कि इस रणनीतिक भागीदारी से एलाइट को स्वचालन, मशीन लर्निंग तथा सूचनाओं के विश्लेषण में विप्रो की दक्षता का लाभ उठाकर उपभोक्ता केंद्रित प्रौद्योगिकियों तथा स्वास्थ्य, धन एवं क्लाउड कारोबार में निवेश तेज करने में मदद मिलेगी। एलाइट एचआर में करीब नौ हजार कर्मचारी कार्यरत हैं तथा 2017-18 में इसका राजस्व 1,132 करोड़ रुपए रहा। इसके गुरुग्राम, नोएडा, मुंबई और चेन्नई में केंद्र हैं।