नई दिल्ली। उद्योग मंडल सीआईआई ने शराब कारोबारी विजय माल्या पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। बैंकों को भारी भरकम कर्ज नहीं लौटाने को लेकर सीआईआई ने कहा कि जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वालों (विलफुल डिफॉल्टरों) के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की जरूरत है और उन पर बकाया कर्ज की वसूली होनी चाहिए।
डिफॉल्टरों से सख्ती से निपटे सरकार
माल्या जैसे जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वालों (विलफुल डिफॉल्टरों) से निपटने के लिए सरकार को कैसा रवैया अपनाना चाहिए यह पूछे जाने पर सीआईआई के नये अध्यक्ष नौशाद फोर्ब्स ने कहा, उपलब्ध कानूनों का इस्तेमाल करते हुए विलफुल डिफाल्टरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों से बकाया कर्ज की वसूली के लिए सभी उपलब्ध कानूनी प्रक्रियाएं अपनाई जानी चाहिए।
माल्या पर बैंकों का 7800 करोड़ रुपए बकाया
बंद पड़ी किंगफिशर एयरलाइंस के प्रवर्तक माल्या देश छोड़कर जा चुके हैं। एसबीआई की अगुवाई वाले 17 बैंकों के समूह का माल्या व किंगफिशर एयरलाइंस पर 7800 करोड़ रुपए बकाया है। सीआईआई का यह बयान ऐसे समय में आया है जबकि सरकार ने माल्या जैसे विलफुल डिफॉल्टरों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि वे बैंकों के साथ अपने कर्ज मामलों को निपटाएं नहीं तो कार्रवाई के लिए तैयार रहे।