नई दिल्ली। चेन्नई में गुरुवार को प्याज का अधिकतम थोक भाव 10,000 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया जबकि औसत थोक भाव 9500 रुपए था। महाराष्ट्र की पिंपलगांव मंडी में उनहाली प्याज का अधिकतम थोक भाव 8001 रुपए प्रति क्विंटल, कोल्हापुर मंडी में 8000 रुपए प्रति क्विंटल, कर्नाटक की बेंगलुरू मंडी में भी 8000 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। लगातार प्याज की बढ़ती कीमतें लोगों की रसोई का बजट बिगाड़ रही हैं।
उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, पणजी में गुरुवार को (28 अक्टूबर) प्याज 110 रुपए, कोलकाता, इंफाल और ईटानगर में 100 रुपए प्रति किलो की दर से बिक रहा है। इधर साउथ जोन के मायाबुंदेर, टी पुरम, एर्नाकुलम में प्याज 100 रुपए प्रति किलो की दर से मिल रहा है जबकि कोझीकोडी में प्याज का दाम आज 105 रुपए प्रति किलो है। धर्मापुरी और तिरुनेलवेली में 100 रुपए जबकि कुड्डालोरी में प्याज आज 106 रुपए प्रति किलो की दर से बिक रहा है।
केंद्र सरकार ने उठाए ये कदम
सरकार ने व्यापारियों के लिए प्याज के भंडारण पर लगी सीमा को बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए बढ़ा दिया। मौजूदा समय में, खुदरा व्यापारी 100 क्विंटल तक प्याज का और थोक व्यापारी 500 क्विंटल तक का भंडारण कर सकता है। हालांकि, प्याज की कीमतों और उपलब्धता पर नजर रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच मंत्रियों की समिति गठित की है।
बता दें कि प्याज का अधिककर पैदावार महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान में होती है। इनमें राजस्थान को छोड़कर सभी प्रदेशों में बाढ की वजह से प्याज की पैदावार खराब हो गई है। उधर व्यापारियों का मानना है कि दिसंबर के अंत तक प्याज के दाम कम होंगे।