वॉशिंगटन। ट्रंप सरकार ने आईटी क्षेत्र की दूसरी सबसे बड़ी भारतीय कंपनी इंफोसिस द्वारा अगले दो सालों में 10,000 अमेरिकियों की भर्ती करने के फैसले का आज स्वागत किया है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि यह अमेरिकी सरकार के विकासोन्मुखी एजेंडे का परिणाम है।
इंफोसिस ने मंगलवार को घोषणा की थी कि एच-1बी वीजा पांबदी के प्रभावों को कम करने के प्रयास के तहत अगले दो सालों में वह 10,000 अमेरिकियों की भर्ती करेगी और अमेरिका में चार नए केंद्र खोलेगी। कंपनी कृत्रिम बुद्धिमता जैसी नई प्रौद्योगिकियों वाले चार नए नवोन्मेष केंद्रों में से पहला अगस्त में इंडियाना में खोलेगी, जो अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस का गृह प्रांत है।
वॉशिंगटन में छपे बयान में व्हाइट हाउस ने बेंगलुरु की इस प्रौद्योगिकी कंपनी की घोषणा को ट्रंप सरकार की जीत बताया। ट्रंप सरकार कई बार आउटसोर्सिंग कंपनियों पर अनुचित ढंग से अमेरिका से बाहर नौकरियां ले जाने का आरोप लगा चुकी है। बयान में कहा गया है कि यह फैसला इस बात का सबूत है कि कंपनियां ट्रंप सरकार के विकासोन्मुख एजेंडे के फलस्वरूप अमेरिका में फिर से निवेश कर रही हैं। व्हाइटहाउस के प्रवक्ता निनियो फेतालवो ने इस बयान में कहा कि हमें खुशी है कि इंफोसिस जैसी कंपनियों को अमेरिका की अर्थव्यवस्था में फिर से मौके नजर आ रहे हैं।