नई दिल्ली। अगर अगले साल नया टीवी, फ्रिज, एसी या वॉशिंग जैसे इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो अपनी खरीदारी 2020 में ही कर लें। खबर है कि इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बनाने वाली कंपनियां कच्चे माल के दाम में वृद्धि के चलते प्रोडक्ट की कीमतों में वृद्धि की तैयारी कर रही हैं। अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के अनुसार कंपनियां बहुत जल्द टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, एयर कंडीशनर, माइक्रोवेव आदि की कीमत में 20 फीसदी तक बढ़ोत्तरी कर सकती हैं।
अखबार की खबर के अनुसार ये कंपनियां इसी महीने कीमत वृद्धि से जुड़ा निर्णय ले सकती हैं। बताया जा रहा है कि इन कंपनियों पर कॉपर, जिंक और अल्युमिनियम के अलावा महंगे प्लास्टिक की मार पड़ रही है। हालांकि कोरोना संकट से उबर रही ये कंपनियां पिछले कई दिनों से कीमतों को लेकर दबाव में थी। लेकिन अब संभव है कि ये कंपनियां दिसंबर में ही कीमतों में वृद्धि का फैसला ले लें।
महंगे कच्चे माल ने बढ़ाई मुश्किलें
दरअसल इस कीमत वृद्धि के पीछे मुख्य कारण कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि है। इन प्रॉडक्ट्स को तैयार करने में कॉपर, जिंक, एल्युमिनियम, स्टील, प्लास्टिक और फोमिंग एजेंट्स का बहुत ज्यादा इस्तेमाल होता है। कॉपर जिंक और अल्युमिनियम की कीमतों में 20 से 40 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है। वहीं प्लास्टिक की कीमतों में 30 से 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई। समंदर के रास्ते का किराया 40-50 फीसदी तक बढ़ चुका है। ग्लोबल शॉर्टेज के कारण टेलीविजन पैनल की कीमत में 100 फीसदी तक की तेजी आई है।
त्योहारों के बाद महंगाई की मार
इंडस्ट्री के लोगों का कहना है कि फेस्टिव सीजन के दौरान हमारे पास मांग काफी अधिक थी। इसलिए हमने प्रोडक्ट महंगे करने का फैसला नहीं किया था। लेकिन अब हमारी मजबूरी है कि कीमत में इजाफा करें। कीमत बढ़ाने पर मांग में आई तेजी गिर जाने की पूरी संभावना है। कई सालों के बाद कीमत में अचानक से इतनी तेजी आएगी।