नई दिल्ली। घरेलू उपकरण बनाने वाली कंपनी व्हर्लपूल ऑफ इंडिया ने मार्च, 2017 को समाप्त तिमाही मैं 7.36 फीसदी वृद्धि के साथ 74.38 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ अर्जित किया है। व्हर्लपूल ने वित्त वर्ष 2015-16 की इसी तिमाही में 69.28 करोड़ रुपए का शुद्धलाभ अर्जित किया था। व्हर्लपूल ऑफ इंडिया ने कहा कि उसके निदेशक मंडल ने 10 रुपए अंकित मूल्य के इक्विटी शेयर पर तीन रुपए प्रति शेयर का अंतिम लाभांश देने की सिफारिश की है।
कंपनी की कुल आय 2016-17 की चौथी तिमाही में 1,131.1 करोड़ रुपए रही, जो उसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही की 949.96 करोड़ रुपए की कुल आय से 19 फीसदी अधिक है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2016-17 में 310.49 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ अर्जित किया है, जो उसके पिछले वित्त वर्ष के 240.02 करोड़ रुपए के शुद्ध लाभ से 29.36 फीसदी अधिक है।
जेके पेपर का शुद्ध लाभ तीन गुना बढ़ा
कागज बनाने वाली कंपनी जेके पेपर का मार्च में समाप्त चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ तीन गुना बढ़कर 56.32 करोड़ रुपए हो गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2015-16 की जनवरी-मार्च तिमाही में 14.89 करोड़ रुपए था।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि समीक्षावधि में उसकी कुल आय 743.44 करोड़ रुपए रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 686.96 करोड़ रुपए थी। पूरे वित्त वर्ष 2016-17 के लिए कंपनी का शुद्ध लाभ 171.82 करोड़ रुपए रहा, जो वित्त वर्ष 2015-16 में 55.93 करोड़ रुपए था। कंपनी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2016-17 के लिए प्रत्येक शेयर पर डेढ़ रुपए लाभांश देने की सिफारिश की है।
पंजाब एंड सिंध बैंक का शुद्ध लाभ 91 प्रतिशत घटा
सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब एंड सिंध बैंक का मार्च में समाप्त चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ 91 प्रतिशत से ज्यादा घटकर 8.33 करोड़ रुपए रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2015-16 की जनवरी-मार्च तिमाही में 98.12 करोड़ रुपए था। बैंक ने बताया कि आलोच्य अवधि में उसकी कुल आय घटकर 2,110.11 करोड़ रुपए रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2015-16 में 2,302.27 करोड़ रुपए थी।
पूरे वित्त वर्ष 2016-17 के लिए बैंक का शुद्ध लाभ 201.08 करोड़ रुपए रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2015-16 में 335.97 करोड़ रुपए था। इस अवधि में बैंक की कुल आय 8,750.97 करोड़ रुपए रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 9,222.82 करोड़ रुपए थी। मार्च में समाप्त वित्त वर्ष में बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) उसके सकल ऋण का 10.45 प्रतिशत रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 6.48 प्रतिशत थी। बैंक का शुद्ध एनपीए उसके शुद्ध ऋण का 7.51 प्रतिशत रहा, जो वित्त वर्ष 2015-16 में 4.62 प्रतिशत था।