नयी दिल्ली। चालू रबी सत्र में अब तक गेहूं की बुवाई चार प्रतिशत बढ़कर 325.35 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गयी है। बेहतर मानसून के कारण दलहनों की बुवाई इस दौरान पांच प्रतिशत बढ़कर 154.80 लाख हेक्टेयर हो गयी है। सरकारी आंकड़ों में इसकी जानकारी मिली। आंकड़ों के अनुसार, धान की बुवाई का क्षेत्र मामूली रूप से कम होकर 14.83 लाख हेक्टेयर पर आ गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 15.47 लाख हेक्टेयर था।
आंकड़ों से पता चलता है कि गेहूं के मामले में बुवाई पिछले साल की समान अवधि में 313.95 लाख हेक्टेयर की तुलना में अब तक 325.35 लाख हेक्टेयर क्षेत्र है। अधिक बुवाई वाले क्षेत्र मुख्य रूप से मध्य प्रदेश (10.32 लाख हेक्टेयर), बिहार (2.33 लाख हेक्टेयर) और महाराष्ट्र (1.59 लाख हेक्टेयर) है। हालांकि राजस्थान (2.87 लाख हेक्टेयर) और उत्तर प्रदेश (2.1 लाख हेक्टेयर) जैसे कुछ राज्यों में बुआई कम हुई है। मोटे अनाजों के लिये बुवाई का क्षेत्र अब तक 45.12 लाख हेक्टेयर पर है, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 49.90 लाख हेक्टेयर था।
हालांकि, तिलहन के लिये बुवाई क्षेत्र एक साल पहले के 75.93 लाख हेक्टेयर से बढ़कर चालू सत्र में अब तक 80.61 लाख हेक्टेयर है। विभिन्न रबी फसलों के तहत कुल बुवाई 603.15 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 620.71 लाख हेक्टेयर हो गयी है। खरीफ (ग्रीष्मकालीन-बोई गई) फसलों की कटाई के बाद रबी बुवाई का संचालन अक्टूबर से सामान्य रूप से शुरू होता है। गेहूं और सरसों प्रमुख रबी फसलें हैं।