नई दिल्ली। इस साल लोकसभा चुनावों को देखते हुए लग रहा है कि केंद्र और राज्य सरकारें किसानों पर मेहरबान हो गई हैं, शायद यही वजह है कि इस साल केंद्र सरकार ने किसानों से गेहूं खरीद का जो लक्ष्य रखा था उसका लगभग 85 प्रतिशत डेढ़ महीने से भी कम समय में पूरा हो गया है। 13 मई तक सरकारी एजेंसियों ने देशभर के किसानों से 300.91 लाख टन गेहूं की खरीद कर ली है, इस साल पूरे रबी मार्केटिंग सीजन के दौरान सरकार ने किसानों से 357 लाख टन गेहूं खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया हुआ था।
भारतीय खाद्य निगम के मुताबिक इस साल 13 मई तक हुई कुल 300.91 लाख टन गेहूं खरीद में से सबसे अधिक पंजाब से 123.68 लाख टन और हरियाणा से 91.13 लाख टन गेहूं खरीदा जा चुका है। हरियाणा में गेहूं खरीद रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है, अभी तक किसी भी रबी मार्केटिंग सीजन के दौरान हरियाणा में इतना गेहूं नहीं खरीदा गया था। पंजाब में भी इस साल खरीद का रिकॉर्ड टूटने वाला है, पिछले साल पंजाब से सरकारी एजेंसियों ने 126.92 लाख टन गेहूं खरीदा था जो अबतक का रिकॉर्ड है।
पंजाब और हरियाणा के अलावा इस साल 13 मई तक मध्य प्रदेश से 55.24 लाख टन और उत्तर प्रदेश से 19.33 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है। पिछले साल पूरे रबी मार्केटिंग सीजन के दौरान सरकारी एजेंसियों ने 357.95 लाख टन गेहूं खरीदा था और जिस रफ्तार से इस साल खरीद हो रही है उसे देखते हुए लग रहा है कि इस बार पिछली बार का रिकॉर्ड भी टूट सकता है।
केंद्र सरकार ने इस साल गेहूं के लिए 1840 रुपए प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य घोषित किया हुआ है और किसानों से इसी भाव पर गेहूं खरीदा जा रहा है। लेकिन इस बार चुनाव होने की वजह से सरकारी एजेंसियां किसानों से गेहूं खरीद में ज्यादा तेजी दिखा रही हैं। गेहूं उत्पादन की बात करें तो इस साल देश में रिकॉर्ड 991 लाख टन गेहूं पैदा होने का अनुमान है।