नई दिल्ली: कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़ने और फसल पकने में देरी के कारण पंजाब ने गेहूं खरीद कार्यक्रम का पुनर्निर्धारण किया है। केंद्रीय खाद्य मंत्रालय ने बताया कि राज्य सरकार के अनुरोध के बाद अब खरीद का कार्यक्रम 10 अप्रैल से रखा गया है। गेहूं एक प्रमुख रबी (सर्दियों में बोई जाने वाली) फसल है। कटाई मार्च के अंत से शुरू होती है, लेकिन अप्रैल से गति पकड़ती है। केंद्र ने वर्ष 2021-22 रबी विपणन सत्र के दौरान गेहूं की खरीद 9.56 प्रतिशत बढ़कर 427.36 लाख टन रहने का अनुमान लगाया है। इसमें से 130 लाख टन पंजाब से खरीदा जाएगा।
केंद्रीय खाद्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘पंजाब सरकार के राज्य में कोविड-19 मामलों में वृद्धि और फसल की परिपक्वता में देर के कारण रबी विपणन सत्र 2021-22 के दौरान जो गेहूं खरीद के समय में फेरबदल का अनुरोध किया था, उसपर विचार किया गया।’’ केंद्र सरकार ने राज्य सरकार के गेहूं खरीद कार्यक्रम को 10 अप्रैल से 31 मई तक करने के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है। पहले यह एक अप्रैल से 25 मई तक होना था। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) और राज्य नागरिक आपूर्ति एजेंसियों द्वारा गेहूं की खरीद की जाती है।