नई दिल्ली। चालू रबी सीजन में जहां गेहूं और तिलहनों की बुआई में देश के किसानों ने थोड़ी उदासीनता दिखाई है वहीं दलहन की खेती के प्रति उनकी दिलचस्पी काफी रही है। देशभर से प्राप्त बुआई के ताजा आंकड़ों में गेहूं और तिलहन फसलों का रकबा पिछले साल के मुकाबले घटा है तो दलहनों का रकबा बढ़ा है। खासतौर से चने के रकबे में जोरदार इजाफा हुआ है।
केंद्रीय कृषि सहकारिता एवं कल्याण विभाग की वेबसाइट पर शुक्रवार को प्रकाशित रबी बुआई के साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में गेहूं की बुआई 283.46 लाख हेक्टेयर भूमि में हुई है, जो कि पिछले साल की समान अवधि के आंकड़े 297.67 लाख हेक्टेयर से 4.77 फीसदी कम है। हालांकि पिछले हफ्ते से सुधार हुआ है क्योंकि पिछले हफ्ते तकरीबन छह फीसदी रकबा पिछले साल के मुकाबले पिछड़ा हुआ था। देशभर में गेहूं का औसत रकबा 301.74 लाख हेक्टेयर रहता है।
तिलहनों का रकबा पिछले साल के मुकाबले 5.05 फीसदी पिछड़ा है। सभी रबी तिलहनों का रकबा 76.69 लाख हेक्टेयर है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 80.77 लाख हेक्टेयर था। सरसों की बुआई 65.25 लाख हेक्टेयर में हुई है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के आंकड़े 69.53 लाख हेक्टेयर से 6.15 फीसदी कम है। वहीं, दलहन फसलों की बुआई 154.91 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के रकबे 143.45 लाख हेक्टेयर से 7.99 फीसदी ज्यादा है।
चने की बुआई अब तक 103.80 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जोकि पिछले साल का रकबा 92.13 लाख हेक्टेयर से 12.67 फीसदी ज्यादा है। चने का रकबा राष्ट्रीय औसत 86.81 लाख हेक्टेयेर से भी काफी ज्यादा हो चुका है। मसूर रकबा 17.04 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया है जोकि पिछले साल के 16.56 लाख हेक्टेयर से 2.94 फीसदी अधिक है। चालू बुआई सीजन (2017-18) में देशभर में रबी फसलों का रकबा पिछले साल के मुकाबले 0.21 फीसदी कम है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक कुल रबी फसलों की बुआई 586.37 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है।