नई दिल्ली। व्हाट्सएप, जो भारत में अपनी पेमेंट सर्विस का परीक्षण कर रही है, आज कहा कि उसने अपनी पेमेंट सर्विस को पूरी तरह से लॉन्च करने से पहले पेमेंट इंटरऑपरेबिलिटी फीचर्स के लिए अपने टर्म्स ऑफ सर्विसेस और प्राइवेसी पॉलिसी को अपडेट कर रही है।
भारत में लगभग 10 लाख लोग व्हाट्सएप की पेमेंट सर्विस का परीक्षण कर रहे हैं, जो कि कंपनी का सबसे बड़ा बेस है। फेसबुक के स्वामित्व वाली व्हाट्सएप के दुनियाभर में 1.5 अरब यूजर्स हैं। भारत में व्हाट्सएप के 20 करोड़ से अधिक यूजर्स हैं।
व्हाट्सएप के प्रवक्ता ने कहा कि हम अपने पेमेंट फीचर ऑपरेट्स को संचालित करने संबंधी जानकारी आसान भाषा में उपलब्ध कराने के लिए व्हाट्सएप पेमेंट टर्म्स ऑफ सर्विसेस और प्राइवेसी पॉलिसी को अपडेट करेंगे। इसमें पेमेंट इंटरऑपरेबिलिटी फीचर भी दिखाई देगा, जिसे हमनें बीटा टेस्टिंग में शुरुआत से ही जोड़ा है।
प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी इसके लिए नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई), बैंक पार्टनर्स और भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है। व्हाट्सएप को एनपीसीआई से युनीफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) के जरिये फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन सुविधा के लिए बैंकों के साथ समझौता करने की अनुमति मिल गई है।
प्रवक्ता ने कहा कि व्हाट्सएप पेमेंट सर्विस लॉन्च करने की अभी आधिकारिक तारीख तय नहीं हुई है लेकिन इस टर्म्स और पॉलिसी अपडेट के साथ ही हम फाइनल लॉन्च के एक कदम और नजदीक पहुंच गए हैं। पेटीएम की प्रतिस्पर्धी मानी जा रही व्हाट्सअप पेमेंट सर्विस पिछले कुछ महीनों से बीटा टेस्टिंग मोड में है। विश्लेषकों का कहना है कि इसे अगले कुछ हफ्तों में पूरे देश में लॉन्च किया जा सकता है।
अपडेट टर्म्स के रूप में व्हाट्सएप ने कहा है कि वह पेमेंट सर्विस का उपयोग करने के लिए अतिरिक्त जानकारी हासिल कर सकती है। प्रवक्ता ने कहा कि हमनें नया फीचर जैसे इंटरऑपरेबिलिटी को जोड़ा है, जो व्हाट्सएप पेमेंट यूजर्स और भीम यूपीआई एप यूजर्स से अतिरिक्त जानकारी देने का आग्रह कर सकता है।