नई दिल्ली। व्हाट्सएप के ग्लोबल हेड विल चैटकार्ट ने गुरुवार को कहा कि कंपनी भारत में अपने सभी यूजर्स के लिए अपनी पेमेंट सर्विस को इस साल के अंत तक शुरू कर सकती है। मैसेंजिंग एप व्हाट्सएप के भारत में लगभग 40 करोड़ यूजर्स हैं। व्हाट्सएप पिछले एक साल से देश में लगभग 10 लाख यूजर्स के साथ अपने पेमेंट सर्विस का परीक्षण कर रही है।
चैटकार्ट ने कहा कि कपंनी का उद्देश्य पैसे को भेजना उतना ही आसान बनाना है, जितना आसान इस प्लेटफॉर्म पर मैसेज भेजना है। उन्होंने कहा कि हमें भरोसा है कि यदि हम इसे सही तरीके से लागू कर पाए, तो यह फाइनेंशियल इनक्लूजन को बढ़ावा देगी और भारत की तेजी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था में लोगों के लिए मूल्य में वृद्धि करेगी। अब हम अपने यूजर्स को इस सर्विस के लिए और अधिक इंतजार नहीं करवा सकते और इस साल के अंत तक हम से चालू कर देंगे।
व्हाट्सएप पेमेंट सर्विस का सीधा मुकाबला पेटीएम, फोनपे और गूगल पे से होगा। फेसबुक के स्वामित्व वाली व्हाट्सएप के दनियाभर में 1.5 अरब से ज्यादा यूजर्स हैं। कंपनी अन्य देशों में भी अपनी पेमेंट सर्विस शुरू करने पर विचार कर रही है।
पूर्व में व्हाट्सएप पेमेंट के प्रतिद्वंद्वियों ने यह आरोप लगाए थे कि व्हाट्सएप पेमेंट प्लेटफॉर्म के साथ उपभोक्ताओं के लिए सुरक्षा जोखिम है और यह भारतीय दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करता है। पिछले साल अक्टूबर में, व्हाट्सएप ने कहा था कि आरबीआई की नीति का पालन करते हुए वह भुगतान संबंधी डाटा को भारत में स्टोर करने के लिए एक सिस्टम को विकसित कर रहा है।
इस साल मई में व्हाट्सएप ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि उसका परीक्षण इस साल जुलाई तक पूरा हो जाएगा और वह केंद्रीय बैंक के नियमों का पूर्णता पालन करने के साथ ही पेमेंट सर्विस को लॉन्च करेगी।