नई दिल्ली। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) करीब एक दर्जन लिस्टेड ब्लूचिप कंपनियों के तिमाही नतीजों की दृष्टि से संवेदनशील सूचनाओं को कथित तौर पर व्हाट्सएप पर लीक करने के मामले में जल्द ही कई कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों और बाजार के कुछ ऑपरेटर्स के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है।
सेबी के सूत्रों ने बताया कि इस मामले में कंपनियों की इस बात के लिए निंदा की जा सकती है कि शेयर बाजार की दृष्टि से संवेदनशील अप्रकाशित सूचनाओं को संभालने वाले उपायों में उनके यहां कोताही बरती जाती है। इस तरह की सूचनाओं में किसी कंपनी के वित्तीय परिणाम की सूचना भी शामिल हैं, जो सभी निवेशकों के लिए सार्वजनिक किए जाने से पहले ही इस तरह से लीक कर दी गई हो।
इस मामले में सेबी अपनी जांच पूरी करने के करीब है। अधिकारियों ने बताया कि सेबी यह भी देख रहा है कि लीक हुई सूचना के आधार पर भेदिया कारोबार के माध्यम से किसी तरह का संदिग्ध और गैर-कानूनी लाभ तो पहीं पहुंचा। इसके लिए वह सभी संबंधित कंपनियों से जानकारियां जुटा रहा है। इस संबंध में लगभग सभी संबद्ध कंपनियों ने सेबी के सवालों के जवाब भेज दिए हैं।
शीर्ष अधिकारियों के अनुसार सेबी उन कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर सकता है, जो इस संबंध में किसी की जिम्मेदारी तय करने में विफल रही हैं। इसके अलावा बाजार ऑपरेटर्स और कुछ ब्रोकरेज कंपनियों के सदस्य भी सेबी की जांच के दायरे में हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते एचडीएफसी बैंक ने शेयर बाजार को बताया था कि उसने इस संबंध में सेबी के सवालों के जवाब भेज दिए हैं।
सेबी ने इस मामले की जांच एक मीडिया रिपोर्ट के आधार पर नवंबर 2017 में शुरू की थी। यह मामला विभिन्न कंपनियों की वित्तीय जानकारी समय से पहले व्हाट्सएप पर लीक होने से जुड़ा है। इनमें एचडीएफसी बैंक और टाटा मोटर्स जैसे बड़े नाम शामिल हैं।