नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट की वजह से देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार शाम को देश के नाम अपने संबोधन में कहा है कि सरकार आर्थिक पैकेज देने जा रही है, और हाल के दिनों में सरकार तथा आरबीआई की तरफ से दिए गए आर्थिक पैकेज और आगे आने वाले आर्थिक पैकेज को मिला लिया जाए तो 20 लाख करोड़ रुपए की राशि बनती है। यानि कोरोना संकट से अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए देश में कुल 20 लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे।
20 लाख करोड़ रुपए का राहत पैकेज भारत जैसी अर्थव्यवस्था के लिए बहुत बड़ा पैकेज है। दुनिया के कई बड़े देशों ने अपनी अर्थव्यवस्था के लिए इतने बड़े पैकेज की घोषणा नहीं की है। पीएम मोदी के 20 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर पाकिस्तान को लेकर मजाक बनाए जाने लगे। मीम बनने लगे जिनमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान कान को यह कहते हुए दिखाया गया कि 20 लाख करोड़ रुपए तो होते ही नहीं हैं।
आखिर पाकिस्तान के लिए 20 लाख करोड़ रुपए राशि कितनी बड़ी है। अगर 20 लाख करोड़ रुपए को डॉलर में बदल दिया जाए तो लगभग 270 अरब डॉलर बनते हैं। वहीं पाकिस्तान की कुल अर्थव्यवस्था का आकार लगभग 280 अरब डॉलर के करीब है। यानि भारत में जो आर्थिक पैकेज घोषित हुआ है वह लगभग पाकिस्तान की कुल अर्थव्यवस्था के बराबर है।
हालांकि भारत की अर्थव्यवस्था और पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की तुलना नहीं हो सकती। भारत की अर्थव्यवस्था का आकार लगभग 2.65 ट्रिलियन डॉलर है और पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था इसका लगभग 10वां भाग है। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 480 अरब डॉलर से ज्यादा है जबकि पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 15 अरब डॉलर के करीब है।