नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का पहला चरण विकसित करेन के लिए वेल्सपन एंटरप्राइजेज के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। वेल्सपन एंटरप्राइजेज ने आज कहा, अनुबंध के तहत वेल्सपन दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे प्राइवेट लिमिटेड 841.50 करोड़ रुपए की लागत से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का पहला चरण विकसित करेगी और 15 साल तक इसका परिचालन करेगी।
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तस्वीरों में देखिए क्या कुछ खास होता है स्मार्ट सिटी में
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Road Map Of Smart City
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वेल्सपन एंटरप्राइजेज की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी वेल्सपन दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे प्राइवेट लिमिटेड ने कहा कि निर्माण के दौरान परियोजना की 40 प्रतिशत लागत का वित्त पोषण एनएचएआई की ओर किया जाएगा, जबकि बाकी 60 प्रतिशत वित्त का बंदोबस्त कंपनी द्वारा किया जाएगा। एक्सप्रेसवे की संचालन अवधि के दौरान एनएचएआई 60 प्रतिशत शेष राशि का भुगतान ब्याज के साथ अर्धवार्षिक रूप से करेगी। इसके साथ ही एनएचएआई कंपनी को संचालन और रखरखाव के लिये 3.95 करोड़ रुपये का भुगतान भी करेगी। कंपनी के अनुसार परियोजना ढाई साल में पूरी होगी और 15 साल तक इसका रखरखाव किया जायेगा जिसके बाद इसे एनएचएआई के सुपुर्द कर दिया जायेगा।
40 मिनट में पहुंचेंगे दिल्ली से मेरठ
इस एक्सप्रेस-वे के बनने के बाद दिल्ली से मेरठ सिर्फ 40 मिनट में ही पहुंच जाएंगे। यह 7,566 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला 74 किलोमीटर लंबा 14 लेन का दिल्ली-डासना-मेरठ सुपर हाइवे होगा। इसके साथ ही एनएच-24 पर 22 किमी लंबे डासना-हापुड़ रोड के चौड़ीकरण के काम की भी शुरुआत होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 31 दिसंबर को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था। पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा था कि विकास का रथ यूं ही तेजी से बढ़ता रहेगा। सड़क से जुड़ना मतलब विकास से जुड़ना है। उन्होंने कहा कि हम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की दी गति को आगे बढ़ा रहे हैं। हाइवे से जुड़कर गांव का विकास होता है। यह रास्ता नहीं, विकास का राजमार्ग है। इससे उत्तराखंड का विकास होगा।