दिल्ली एनसीआर में बेलगाम कोरोना को देखते हुए लॉकडाउन का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार शाम से पूरी दिल्ली में वीकेंड लॉकडाउन की घोषणा की, वहीं शुक्रवार को उत्तर प्रदेश सरकार ने रविवार को वीकेंड लॉकडाउन की घोषणा कर दी। हालांकि गुरुग्राम और फरीदाबाद में अभी वीकेंड लॉकडाउन की घोषणा नहीं हुई है। ऐसे में रविवार को अधिकतर एनसीआर में लॉकडाउन रहेगा।
यूपी सरकार की अधिसूचना के अनुसार रविवार के दिन पूरे उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन रहेगा, आवश्यक सेवाओं को छोड़ सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में रविवार को बंदी रहेगी। लॉकडाउन की अवधि के दौरान पूरे उत्तर प्रदेश में सफाई अभियान चलाया जाएगा और सैनेटाइजेशन के साथ फॉगिंग की जाएगी। राज्य सरकार की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार लॉकडाउन की अवधि शनिवार रात 8 बजे शुरू हो जाएगी और सोमवार सुबह 7 बजे तक लागू रहेगी। इस दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़ बाकी सभी दफ्तर बंद रहेंगे।
उत्तर प्रदेश में वीकेंड लॉकडाउन, बढ़ते कोरोना मामले देखते हुए यूपी सरकार ने उठाया कदम
दिल्ली में आज रात से वीकेंड लॉकडाउन
दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने राज्य में शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक वीकेंड कर्फ्यू लगा दिया है। अगले आदेश तक शहर के शॉपिंग मॉल्स, जिम और स्पा सेंटर को बंद करने का निर्णय लिया गया है। केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि शादियों को कर्फ्यू पास मिलेंगे और जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को भी कर्फ्यू पास दिए जाएंगे। वीकली मार्केट एक जोन में एक ही लगेगा वहीं रेस्टोरेंट में खाने की अनुमति नहीं होगी सिर्फ होम डिलिवरी ही हो सकेगी।
दिल्ली में क्या खुला क्या बंद
- मॉल, जिम, स्पा, ऑडिटोरियम, बाजार और निजी दफ्तर बंद रहेंगे
- सिनेमा हॉल खुलेंगे, लेकिन सिटिंग कैपेसिटी की 30% क्षमता के साथ
- रेस्टोरेंट में बैठकर खाना नहीं खा सकते, केवल होम डिलिवरी या टेक अवे करा सकते हैं
- हर म्युनिसिपल जोन में रोज एक वीकली मार्केट खोले जाने की इजाजत दी गई है
- कर्फ्यू के दौरान शादियों में शामिल होने के लिए कर्फ्यू पास (ई-पास) दिए जाएंगे
- हॉस्पिटल, एयरपोर्ट, बस और रेलवे स्टेशन जाने वालों को वीकेंड कर्फ्यू के दौरान छूट रहेगी. इसके लिए पास लेना होगा
- केजरीवाल ने कहा कि पांच दिन लोग काम करें, लेकिन वीकेंड में घरों में रहने की कोशिश करें
- किराना, फल-सब्जी, डेयरी, मीट, दवाएं, पशु चारा और मेडिकल उपकरण की दुकानें खुली रहेंगी
- बैंक, इंश्योरेंस ऑफिस और एटीएम भी खुले रहेंगे
- आईटी, इंटरनेट, टेलिकॉम सेवाएं और ब्रॉडबैंड सेवाएं भी चलती रहेंगी
- पेट्रोल पंप, सीएनजी पंप, गैस एजेंसी खुले रहेंगे
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यूपी के क्या खुला क्या बंद
- प्रदेश के सभी ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में रविवार को साप्ताहिक बन्दी होगी। इस अवधि में केवल स्वच्छता, सैनिटाइजेशन और आपातकालीन सेवाओं ही संचालित होंगी। इस संबंध में आवश्यक जागरूकता कार्य भी किए जाएं।
- प्रदेश सरकार प्रत्येक नागरिक के जीवन और जीविका की सुरक्षा के लिए संकल्पित है। कोविड के कारण लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। भरण/पोषण भत्ता के पात्र लोगों की सूची अपडेट कर ली जाए। सरकार जल्द ही इन्हें राहत राशि प्रदान करेगी। अंत्योदय सहित विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत राशन वितरण कार्य की व्यवस्था की समीक्षा कर ली जाए। सरकार सभी जरूरतमंदों को राशन और भरण-पोषण भत्ता उपलब्ध कराएगी।
- कोविड की रोकथाम से संबधी कार्यों में विगत वर्ष विधायक निधि उपयोगी सिद्ध हुई थी। इस वर्ष भी कोविड केयर फंड की नियमावली के अनुरूप विधायकगणों की अनुशंसा पर उनकी निधि का कोविड प्रबंधन में उपयोग किया जा सकता है।
- पंचायत चुनावों का पहला चरण अत्यंत शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ। जिन क्षेत्रों में माहौल बिगाड़ने की कतिपय कोशिश हुई है, इसमें संलिप्त लोगों के विरुद्ध कठोर विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। यह कार्रवाई अन्य चरण के चुनावों के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत करेगी।
- प्रदेश में सभी के लिए मास्क लगाना अनिवार्य है। पहली बार मास्क के बिना पकड़े जाने पर ₹1000 का जुर्माना लगाया जाए। अगर दूसरी बार बिना मास्क के पकड़ा जाए तो दस गुना अधिक जुर्माना लगाया जाना चाहिए।
- कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी जैसे अधिक संक्रमण दर वाले सभी 10 जिलों में व्यवस्था और सुदृढ़ करने की आवश्यकता है। स्थानीय जरूरतों के अनुसार नए कोविड हॉस्पिटल बनाए जाएं। बेड्स बढ़ाये जाएं। निजी हॉस्पिटल को कोविड हॉस्पिटल के रूप में परिवर्तित किया जाए। प्रयागराज में अविलंब यूनाइटेड मेडिकल कॉलेज को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में परिवर्तित किया जाए।
- 108 की आधी एम्बुलेंस केवल कोविड मरीजों के उपयोगार्थ रखीं जाएं। इस कार्य में कतई देरी न हो। होम आइसोलेशन के मरीजों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए। एम्बुलेंस का रिस्पॉन्स टाइम कम से कम हो। ऑक्सीजन और अन्य चिकित्सकीय जरूरतों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। किसी प्रकार की जरूरत होने पर तत्काल शासन को अवगत कराएं।
- कोविड प्रबंधन से जुड़े कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं है। सभी जनपदों में क्वारन्टीन सेंटर संचालित किए जाएं। क्वारन्टीन सेंटरों में आवश्यक चिकित्सकीय सुविधाओं के साथ-साथ भोजन और शयन की समुचित व्यवस्था हो। संक्रमण प्रसार को न्यूनतम रखने की दृष्टि से यह अत्यन्त जरूरी है कि कंटेनमेंट जोन के प्राविधानों को सख्ती से लागू किया जाए।
- कोरोना संक्रमण की दर में बढ़ोतरी हो रही है। थोड़ी सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। अतः पब्लिक एड्रेस सिस्टम का भरपूर उपयोग करते हुए लोगों को जागरूक किया जाए। निगरानी समितियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। जागरूकता के लिए प्रचार-प्रसार संबंधी सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। सार्वजनिक स्थानों पर कोविड हेल्प डेस्क पूरी तरह सक्रिय रहें।सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य करें। आवश्यकतानुसार इंफोर्समेंट की कार्रवाई भी की जाए।
- डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की संख्या बढ़ाई जाए। एल-2 व एल-3 स्तर के अस्पतालों की संख्या में लागातर बढ़ोतरी की जाए। कहीं भी बेड की कमी कतई न हो। अस्पतालों में प्रशिक्षित मानव संसाधन की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
- प्रदेश में हर दिन सवा 02 लाख से अधिक कोविड टेस्ट हो रहे हैं। इसे और विस्तार दिए जाने की आवश्यकता है। कोविड से लड़ाई में टेस्टिंग अत्यंत महत्वपूर्ण हथियार है। अन्य प्रदेशों से आने वाले यात्रियों व लोगों के लिए एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन तथा बस स्टेशनों पर रैपिड एन्टीजन टेस्ट की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।