नई दिल्ली। अरबपति वॉरेन बफे के नेतृत्व वाली निवेश कंपनी बर्कशायर हेथवे ने भारत की सबसे बड़ी डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम में निवेश कर प्रमुख हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है। इस निवेश के साथ ही बर्कशायर हेथवे को पेटीएम के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में एक सीट भी हासिल होगी। हालांकि, दोनों ही कंपनियों ने इस सौदे की राशि का खुलासा नहीं किया है।
सूत्रों के मुताबिक बर्कशायर हेथवे पेटीएम में 30-35 करोड़ (लगभग 2500 करोड़ रुपए) डॉलर का निवेश करेगी। इस निवेश के बाद भारतीय कंपनी का मूल्याकंन 10 अरब डॉलर से अधिक हो जाएगा। इस सौदे के साथ, बफे की निवेश कंपनी जापानी दिग्गज सॉफ्टबैंक के साथ काम करेगी। सॉफ्टबैंक ने पिछले साल 1.4 अरब डॉलर (लगभग 9,000 करोड़ रुपए) में पेटीएम में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी।
पेटीएम की मालिक वन97 कम्यूनिकेशंस के पास वैश्विक निवेशक जैसे एंट फाइनेंशियल और अलीबाबा प्रमुख शेयरधारक हैं। पेटीएम ने अपने एक बयान में कहा है कि बर्कशायर के इनवेस्टमेंट मैनेजर टॉड कॉम्ब कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल होंगे।
पेटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने कहा कि बर्कशायर का वित्तीय सेवा में अनुभव और लंबी-अवधि का निवेश परिदृश्य पेटीएम को अपने लक्ष्य को हासिल करने में मददगार होगा। पेटीएम का लक्ष्य वित्तीय समावेशन के जरिये 50 करोड़ भारतीयों को मुख्यधारा की अर्थव्यवस्था में शामिल करना है।
पेटीएम के लिए, यह ताजा निवेश एक बड़ा हथियार है, जो फ्लिपकार्ट के फोनपे और गूगल के तेज से लड़ने में मददगार होगा। इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा और भी बढ़ेगी, जब वहाट्सएप अपनी पेमेंट सर्विस को भारतीय बाजार में लॉन्च करेगी।