नयी दिल्ली। वालमार्ट इंक, वालमार्ट फाउंडेशन और फ्लिपकार्ट कोरोना वायरस के उपचार में काम करने रहे स्वास्थ्य कर्मियों के लिए निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई), किसानों और छोटे व्यापारियों को अनिवार्य राहत सामग्री और मास्क इत्यादि पर 46 करोड़ रुपये खर्च करेंगे। कोरोना वायरस से निपटने के प्रयासों के तहत तीनों संगठनों ने विभिन्न तरह से राहत पहुंचाने की प्रतिबद्धता जतायी है। वालमार्ट और ई-वाणिज्य कंपनी फ्लिपकार्ट ने एक बयान में कहा कि कोरोना वायरस से निपटने का प्रयास कर रहे स्वास्थ्य कर्मी, सुरक्षा कर्मी और सफाई कर्मी इत्यादि की मदद के लिए कंपनियां 38.3 करोड़ रुपये का दान देंगी।
बयान के मुताबिक लोक स्वास्थ्य कर्मियों को पीपीई, एन95 मास्क और चिकित्सा गाउन वितरण करने वाले गैर-सरकारी संगठनों पर उसका विशेष ध्यान है। वालमार्ट और फ्लिपकार्ट तीन लाख एन95 मास्क, 10 लाख मेडिकल गाउन इत्यादि पहले जुटा चुके हैं। कंपनी अपनी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला का इस्तेमाल करके ऐसी और अन्य अनिवार्य वस्तुएं जुटाती रहेगी। इसके अलावा वालमार्ट फाउंडेशन गू्ंज और सृजन जैसे गैर-सरकारी संगठनों को 7.7 करोड़ रुपये का दान दे रहा है। यह दोनों संगठन समाज के निचले तबके को इस संकट से उबारने में मदद कर रहे हैं। इस कोष का इस्तेमाल खाने का सामान, स्वच्छता और चिकित्सा से जुड़े सामान इत्यादि आवश्यक वस्तुओं की खरीद में किया जाएगा, ताकि इनका वितरण किसानों, ग्रामीणों और छोटे व्यापारियों के बीच हो सके।
वालमार्ट के कार्यकारी उपाध्यक्ष और वालमार्ट फाउंडेशन की अध्यक्ष केथलीन मैकलाफलिन ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से भारत में उनके सहयोगी और ग्राहक दोनों प्रभावित हुए हैं। उन्हें उनका ख्याल है। ऐसे मुश्किल समय में सभी को साथ आने और समाज का समर्थन करने की जरूरत है। सभी को स्वास्थ्य कर्मियों, गैर सरकारी संगठनों और सरकारी संगठनों के प्रयासों का साथ देना है। बयान में कहा गया है कि वालमार्ट और फ्लिपकार्ट जहां तक संभव है लोगों को ‘कॉन्टैक्ट लैस’ सामान की आपूर्ति और डिजिटल भुगतान सुविधा प्रदान कर रहे हैं।