नई दिल्ली। देश में खुदरा कारोबारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने वित्त मंत्री पियूष गोयल को पत्र भेजकर आज कहा कि Walmart-Flipkart सौदा भारतीय खुदरा उद्योग के लिए कैंसर साबित होगा। CAIT ने रविवार को कहा कि उसने पत्र में गोयल का ध्यान इस बाबत भी आकृष्ट किया है कि कई बार सूचित किये जाने के बाद भी वाणिज्य मंत्रालय ने इस सौदे के संबंध में कोर्ठ कदम नहीं उठाया है।
CAIT के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि Walmart-Flipkart सौदा खुदरा व्यापार तथा देश की अर्थव्यवस्था के लिए कैंसर साबित होगा। CAIT ने कहा कि एक महीने से अधिक गुजर चुके हैं लेकिन हमें यह समझ नहीं आ रही है कि सरकार को इस सौदे पर कदम उठाने से क्या चीज रोक रही है जबकि सौदा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) नीति की अवमानना कर रहा है और कानून का उल्लंघन कर रहा है। यह देश के खुदरा व्यापार में वालमार्ट को पिछले दरवाजे से प्रवेश देने का खुला मामला है।
Walmart ने पिछले महीने ही Flipkart में 77 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए सौदा किया है, यह डील 16 अरब डॉलर में हुई है, डील की वजह से Flipkart का कुल बाजार मूल्य 20 अरब डॉलर आंका गया है। डील के बाद भारतीय ई-कॉमर्स बाजार में 2 कंपनियों का कब्जा होता दिख रहा है और दोनो ही कंपनियां अमेरिकी कंपनियां हैं, अमेजन पहले ही भारत की ई-कॉमर्स बाजार पर अपनी पकड़ मजबूत करती जा रही है और अब फ्लिपकार्ट को खरीदकर Walmart भी भारत में अमेजन को टक्कर देगी। लेकिन देश के खुदरा और थोक व्यापारी इन दोनो कंपनियों का विरोध कर रहे हैं।