मुंबई। लूलू समूह के संस्थापक एमए यूसुफ अली के रिश्तेदार और वीपीएस हेल्थकेयर के संस्थापक शमशेर वैलिल ने घरेलू स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में अधिग्रहण पर 1,000 करोड़ रुपए की राशि खर्च करने की तैयारी की है। वर्ष 2017 की फोर्ब्स की भारतीय अमीरों की सूची में वैलिल 94वें स्थान पर हैं। अबू धाबी की वीपीएस हेल्थकेयर एक अरब डॉलर से अधिक के कारोबार वाली एकीकृत स्वास्थ्य सेवा प्रदाता है। देश में यह चार अस्पतालों का परिचालन करती है। इनमें से तीन अस्पताल दिल्ली एनसीआर में और एक कोच्चि में है।
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वर्ष 2007 में यह समूह अस्तित्व में आया था। उसके बाद से यह संयुक्त अरब अमीरात के प्रमुख एकीकृत स्वास्थ्य सेवा समूहों में आ गया है। फिलहाल समूह के पास 13 ब्रांडों के तहत 22 अस्पतालों का स्वामित्व है। इसके अलावा समूह के 125 चिकित्सा केंद्र हैं और समूह में करीब 13,000 कर्मचारी काम कर रहे हैं। इनमें 1,800 चिकित्सक हैं।
समूह दिल्ली एनसीआर में वीपीएस रॉकलैंड ब्रांड के तहत राजधानी के कुतुब क्षेत्र और द्वारका तथा हरियाणा के मानेसर में अस्पतालों का परिचालन कर रहा है। इसके अलावा वह कोच्चि में वीपीएस लेकशोर अस्पताल चला रहा है।
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वैलिल ने कहा कि हमने भारत में अधिग्रहण के लिए 1,000 करोड़ रुपए रखे हैं। हमारी तीन-चार अस्पतालों से बातचीत चल रही है। अगले एक साल में हमारे पास कम से कम तीन और अस्पताल होंगे। समूह भारत में इन दो अस्पताल ब्रांडों में पहले ही 1,750 करोड़ रुपए का निवेश कर चुका है।