नई दिल्ली। ब्रिटेन अब यूरोपीय संघ (ईयू) से अलग हो गया है। ब्रिटेन के लोगों ने एक एतिहासिक फैसले में ब्रिटेन को 28 देशों वाले यूरोपियन यूनियन छोड़ने यानि कि ब्रेक्जिट के पक्ष में मतदान किया है। करीब52फीसदी लोग ब्रिक्जिट के पक्ष में रहे। रिपोर्ट के मुताबिक लंदन और स्कॉटलैंड के लोगों ने यूरोपियन यूनियन से जुड़े रहने के पक्ष में वोट किया था। लेकिन उत्तर इंग्लैंड के लोग यूरोपियन यूनियन से खुद को अलग कर लेना चाहते थे। नतीजों के बाद ब्रिटेन यूरोपियन यूनियन से बाहर निकलने वाला पहला देश बन गया है।
अब क्या होगा
ब्रिटेन के लोगों ने भले ही यूरोपियन यूनियन से अलग होने के पक्ष में वोट कर दिया है। लेकिन इसका प्रभाव तुरंत नहीं दिखाई देगा। यूरोपियन यूनियन से अलग होने की प्रक्रिया को पूरा होने में फिलहाल 2 साल से ज्यादा का समय लग सकता है। यह भी माना जा रहा है कि यह प्रक्रिया 2020 तक जाकर पूरी होगी। इस बीच ब्रिटेन में चुनाव भी होने हैं। जिन पर भी इसका असर देखने को मिलेगा।
पाउंड में 1985 के बाद सबसे बड़ी गिरावट
जनमतसंग्रह को ब्रेक्सिट की ओर सिर्फ रुझान भर से ही करेंसी बाजार में कोहराम मच गया है। अब नतीजे आने के बाद और भी गिरावट देखने को मिल रही है। ब्रिटेन की मुद्रा पाउंड में आज डॉलर के मुकाबले सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। आज पाउंड 11 फीसदी तक लुढ़क गया। यह ब्रिटेन के इतिहास में 1985 के बाद सबसे बड़ी गिरावट है। वहीं दूसरी ओर दुनिया की दूसरी करंसी येन में तेजी देखी जा रही है। दूसरी ओर भारत में भी शेयर बाजार और करंसी दोनों में ही जोरदार गिरावट दिखाई दे रही है।
सरकार ने कहा भारत पर नहीं पड़ेगा असर
ब्रेक्जिट मुद्दे पर सरकार भी हरकत में आ गई है। वित्त सचिव अशोक लवासा के मुताबिक आरबीआई अस्थिरता को रोकने के लिए उपायों के साथ तैयार है। वहीं बैंकिंग सचिव अंजुली दुग्गल ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि ब्रेग्जिट का भारत पर कोई मध्यकालिक या दीर्घकालिक असर होगा । आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने ब्रेग्जिट पर कहा कि सरकार हर स्थिति के लिए तैयार, शुरूआती तत्कालिक प्रतिक्रिया के चलते शेयर बाजार में आयी गिरावट। उन्होंने कहा कि रुपए में नरमी अन्य एशियाई मुद्राओं के अनुरूप है, सरकार, आरबीआई ने इस स्थिति से निपटने के लिए हर संभावना पर चर्चा की है।
4.6 करोड़ मतदाता हुए शामिल
जनमत संग्रह कई मायनों में बेहद महत्वपूर्ण और एतिहासिक है। एक अनुमान के मुताबिक, 4 करोड़ 60 लाख से ज्यादा लोगों ने मतदान में हिस्सा लिया। इनमें करीब 12 लाख भारतीय मूल के हैं। इस जनमत संग्रह के रुझान आने शुरू हो गए हैं। 382 में से अभी 170 क्षेत्रों के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। ब्रिटेन में किसी भी चुनाव में जनभागीदारी का यह रिकॉर्ड है। राजधानी लंदन सहित दक्षिण-पूर्व ब्रिटेन के कई इलाकों में खराब मौसम के बावजूद लोगों में मतदान को लेकर खासा उत्साह दिखा।
क्या है यूरोपियन यूनियन?
यूरोपियन यूनियन 28 यूरोपीय देशों का संगठन है, 1957 में 6 देशों (बेल्जियम, फ्रांस, इटली, लक्जमबर्ग, नीदरलैंड्स) ने नींव रखी। साल 2015 तक के आंकड़ों के मुताबिक यूरोपियन यूनियन की आबादी 50 करोड़ से ज्यादा है। इसके सभी सदस्य देशों की एक ही करेंसी है। EU में शामिल देशों के नागरिक 28 देशों में से किसी भी देश में रह सकते हैं और व्यापार (फ्री ट्रेड) कर सकते हैं।
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