नई दिल्ली। जर्मन की ऑटो कंपनी फॉक्सवैगन ने भारत में रिकॉल किए गए अपने 3 लाख से अधिक वाहनों के इंजन सही करने की योजना बनाई है। भारत सरकार के आदेश के बाद की गई जांच में पाया गया था कि कंपनी के डीजल वाहनों में उत्सर्जन जांच को चकमा देने वाला सॉफ्टवेयर लगाया गया था। इस सॉफ्टवेयर की मदद से फॉक्सवैगन के वाहन उत्सर्जन नियमों को पास करते थे।
फॉक्सवैगन पैसेंजर कार्स इंडिया के निदेशक माइकल मेयर ने मंगलवार को बताया कि 1200 सीसी पेट्रोल इंजन के वाहनों में महज इंजन प्रबंधन सॉफ्टवेयर को अपडेट किया जाएगा और 1500 सीसी के वाहनों में एक छोटा पुर्जा बदला जाएगा। यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी यह कवायद इसी साल पूरा कर लेगी, उन्होंने कहा, हमारा लक्ष्य यही है, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में वाहनों को देखते हुए हम देखेंगे कि लोग कितनी तत्परता दिखाते हैं। हम निश्चित तौर पर ज्यादातर कारों के इंजन इसी साल दुरुस्त कर लेंगे।
कंपनी ने मांगी माफी
फॉक्सवैगन ने उत्सर्जन घोटाले से हुई असुविधा के लिए अपने भारतीय उपभोक्ताओं और डीलर्स से माफी मांगी है। कंपनी के बोर्ड मेंबर (ग्लोबल सेल्स और मार्केटिंग-पैसेंजर कार्स) जरगेन स्टैकमैन ने कहा कि कंपनी अपने ईए 189 डीजल इंजन वाली कारों को रिकॉल कर दोबारा उपभोक्ताओं का विश्वास जीतने की कोशिश में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि फॉक्सवैगन ब्रांड के लिए सबसे महत्वपूर्ण काम वैश्विक उत्जर्सन स्तर मामले को निपटाना है। उन्होंने कहा कि फॉक्सवैगन ने बहुत बड़ी गलती की है और इसके लिए मैं क्षमा मांगता हूं।