नई दिल्ली। टेलीकॉम ऑपरेटर वोडाफोन और रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) के बीच पांच सर्किलों में 2जी इंटर सर्किल रोमिंग एग्रीमेंट (एक ही सर्किल के अंदर) कर सकती हैं। इससे उपभोक्ताओं को रोमिंग की बेहतर सुविधा मिल पाएगी। इनमें बिहार, पश्चिम बंगाल और ओडि़शा के सर्किल शामिल हैं। इस एग्रीमेंट से आरकॉम को वोडाफोन के स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल कर बिहार, पश्चिम बंगाल और असम में अपनी 2जी सेवाओं को जारी रखने में मदद मिलेगी, जहां उसके पास सिर्फ 3जी स्पेक्ट्रम है। रिलायंस कम्युनिकेशंस इन राज्यों के उपभोक्ता को पहले ही अपना नंबर पोर्ट करने को कह चुकी है।
दिल्ली और मुंबई में भी एग्रीमेंट की संभावना
दोनों कंपनियों के बीच दिल्ली और मुंबई में 3जी स्पेक्ट्रम को साझा करने के लिए बातचीत भी अंतिम चरण में हैं। इससे न केवल दोनों ऑपरेटरों का परिचालन खर्च घटेगा, बल्कि सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार हो सकेगा। मामले से जुड़े एक सूत्र ने कहा, रिलायंस कम्युनिकेशंस और वोडाफोन के बीच पांच सर्विस क्षेत्रों में इंटर सर्किल रोमिंग एग्रीमेंट के लिए सैद्धांतिक सहमति बन गई है। इन पांच सेवा क्षेत्रों में दोनों कंपनियों के बीच 3जी रोमिंग को लेकर परस्पर सहमति बन गई है। इसमें जरूरत पड़ने पर 2जी नेटवर्क की मदद ली जा सकती है। करार को एक सप्ताह में अंतिम रूप दिया जा सकता है।
दोनों कंपनी के प्रवक्ता का टिप्पणी से इंकार
इस बारे में संपर्क किए जाने पर वोडाफोन के प्रवक्ता ने कहा कि हम फिलहाल इस पर टिप्पणी नहीं करेंगे। आरकॉम के प्रवक्ता ने भी इस पर कुछ कहने से इनकार किया। हालांकि, इन क्षेत्रों में कंपनी के 3जी और 2जी ग्राहकों का ब्योरा नहीं मिला है। लेकिन कंपनी के पास इन सेवा क्षेत्रों विशेषरूप से बिहार में मजबूत ग्राहक आधार है। एक सूत्र ने कहा कि इन पांच सेवा क्षेत्रों में वोडाफोन के नेटवर्क के तहत 1,400 शहर और 1.3 लाख गांव आते हैं। दूरसंचार न्यायाधिकरण टीडीसैट ने 3जी अंतर सर्किल करार को वैध ठहराया है, हालांकि दूरसंचार विभाग ने इसे चुनौती दी है।