नई दिल्ली। कॉल ड्रॉप को लेकर टेलीकॉम नियामक ट्राई द्वारा उठाए गए सख्त कदमों का असर कंपनियों पर होने लगा है। देश की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम ऑपरेटर वोडाफोन ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली में अगले 12 से 16 सप्ताह के दौरान कॉल ड्रॉप की समस्या में उल्लेखनीय सुधार होगा। कंपनी ने इसके लिये कई नई जगहों पर नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित किया है और मौजूदा क्षमता को बढ़ाने का फैसला किया है।
क्या है ट्राई का कदम
16 अक्टूबर को ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों के लिए एक जनवरी 2016 से कॉल ड्रॉप के लिए एक रुपए का जुर्माना अनिवार्य कर दिया है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकार (TRAI) ने कहा है कि हालांकि यह जुर्माना एक दिन में तीन कॉल ड्रॉप तक ही सीमित होगा। इसका मतलब है कि एक दिन में कंपनियों को अधिकतम तीन रुपए तक का जुर्माना कॉल ड्रॉप होने पर भरना पड़ेगा।
वोडाफोन ने किया 350 करोड़ का निवेश
वोडाफोन ने मौजूदा वॉयस और डेटा नेटवर्क को आधुनिक बनाने के लिए 350 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है। वोडाफोन के कारोबार प्रमुख (दिल्ली) अपूर्व महरोत्रा ने कहा कि पिछले छह महीने में वोडाफोन ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में 500 स्थलों में इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है, साथ ही 550 जगहों पर अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया है। अगले 12 से 16 सप्ताह में आप कॉल ड्रॉप और संपर्क सेवाओं की गुणवत्ता की समस्या में स्पष्ट रूप से अंतर देखेंगे। उन्होंने कहा कि कंपनी की और जगहों पर मोबाइल टॉवर स्थापित करने की योजना है।
यह भी पढ़ें
वोडाफोन कर रही है भारत में IPO लाने की तैयारी, नए भारत पर बढ़ा भरोसा
Clear Voice: ट्राई का बड़ा फैसला, कॉल ड्रॉप पर ग्राहकों को मिलेगा प्रति कॉल एक रुपए का हर्जाना