नई दिल्ली। रिलायंस जियो से मिल रही कड़ी टक्कर और आगामी मेगा स्पेक्ट्रम नीलामी में और अधिक स्पेक्ट्रम हासिल करने के उद्देश्य से वोडाफोन (Vodafone) अपने भारतीय ऑपरेशन में 3 अरब डॉलर (20,100 करोड़ रुपए) का निवेश करने की योजना बना रही है। वोडाफोन भारत में इक्विटी इनफ्यूजन के जरिये डेट रिप्लेसमेंट प्लान पर विचार कर रही है। 2015-16 के लिए वोडाफोन इंडिया पर कुल नेट कर्ज 81,500 करोड़ रुपए है।
कंपनी के एक सूत्र ने कहा कि ओवरसीज मार्केट कंडीशन ने भारत में डेट को इक्विटी के साथ बदलने का अच्छा अवसर प्रदान किया है, क्योंकि यहां इक्विटी पर रिटर्न बहुत ऊंचा है और इससे डेट सर्विसिंग कॉस्ट में भी कटौती होगी। वोडाफोन ने आगे कहा कि वह भारत में लगातार निवेश करती रही है और आज वह सबसे बड़ी विदेशी प्रत्यक्ष निवेशक कंपनी है। कंपनी ने यह भी कहा कि उसके आईपीओ लाने की योजना में कोई फेरबदल नहीं किया गया है।
ऐसी उम्मीद है कि वोडाफोन स्पेक्ट्रम नीलामी में आक्रामक ढंग से भाग लेगी और वह रिलायंस जियो और भारती एयरटेल से आगे निकलना चाहेगी। भारत ने 5.6 लाख करोड़ रुपए के स्पेक्ट्रम को नीलामी के लिए रखा है और इसकी नीलामी 1 अक्टूबर से शुरू होगी।
ट्राई के आंकड़ों के मुताबिक 30 जून तक वोडाफोन के पास तकरीबन 19 करोड़ सब्सक्राइबर्स हैं और इसकी बाजार हिस्सेदारी 19.3 फीसदी है। वोडाफोन का सरकार के साथ 14,000 करोड़ रुपए का एक टैक्स विवाद भी चल रहा है। कुछ रिपोर्ट के मुताबिक वोडफोन इंडिया अपने आईपीओ के जरिये 13,300-20,000 करोड़ रुपए जुटा सकती है।