नई दिल्ली। वोडाफोन इंडिया ने वित्त वर्ष 2017-18 में 9,805 करोड़ रुपए का परिचालन लाभ कमाया है। इससे पिछले वित्त वर्ष 2016-17 में कंपनी को लगभग 30,690 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। इसकी वजह ब्रिटेन के वोडाफोन समूह द्वारा भारतीय इकाई का मूल्यांकन घटाना था। मूल्य गिरने के एवज में उसे 4.5 अरब डॉलर का प्रावधान करना पड़ा था।
वोडफोन इस समय आइडिया के साथ विलय की प्रक्रिया में है। इस प्रक्रिया के जून तक पूरा होने की उम्मीद है। इस तरह एकल आधार पर यह कंपनी का आखिरी परिणाम होगा। वोडाफोन समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वितोरियो कोलाओ ने वेब कॉन्फ्रेंस के जरिये कहा कि दोनों कंपनियों ने नई इकाई के लिए ब्रांडिंग प्रक्रिया शुरू कर दी है।
वोडाफोन को शुल्क के मोर्चे पर गहन प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। 2017-18 में कंपनी का सेवाओं के जरिये राजस्व 18.7 प्रतिशत घटकर 35,045 करोड़ रुपए पर आ गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 42,927 करोड़ रुपए था।
कोलाओ ने कहा कि प्रतिस्पर्धा काफी तेज हो गई है। सालाना आधार पर डाटा मूल्य 86 प्रतिशत घटा है। अच्छी बात यह है कि पिछली तिमाही तक हमारे ग्राहकों की संख्या में एक करोड़ का इजाफा हुआ, लेकिन इस सफलता का कुल मूल्य चुकाना पड़ता है।