नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड को वित्त वर्ष 2018-19 की जनवरी-मार्च तिमाही में 4,881.90 करोड़ रुपए का एकीकृत घाटा हुआ है। कंपनी को 2018-19 की तीसरी तिमाही में 5,004.60 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था।
कंपनी ने कहा कि दोनों तिमाही के परिणाम की तुलना नहीं की जा सकती है क्योंकि आलोच्य अवधि के दौरान वोडाफोन और आइडिया कंपनी का विलय हुआ है। इस दौरान कंपनी का परिचालन से प्राप्त राजस्व दिसंबर तिमाही के 11,764.80 करोड़ रुपए की तुलना में मार्च तिमाही में 11,775 करोड़ रुपए पर रहा।
वोडाफोन आइडिया के सीईओ बालेश शर्मा ने कहा कि विलय के बाद शुरू की गई हमारी मुहिमों से सकारात्मक परिणाम मिलने लगे हैं और हम दो साल पहले ही अपने लक्ष्य के रास्ते पर चलने लगे हैं।
पूरे वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान कंपनी को 14,603.90 करोड़ रुपए का घाटा हुआ, जबकि इस दौरान उसका राजस्व 37,092.50 करोड़ रुपए रहा।
कंपनी का प्रति उपभोक्ता औसत राजस्व तीसरी तिमाही के 89 रुपए से 16.30 प्रतिशत बढ़कर चौथी तिमाही में 104 रुपए पर पहुंच गया। सोमवार को बीएसई में कंपनी का शेयर 3.21 प्रतिशत मजबूत होकर 14.45 रुपए पर बंद हुआ था। कंपनी ने शेयर बाजार में कारोबार समाप्त होने के बाद परिणाम की घोषणा की।