नई दिल्ली। वोडाफोन आइडिया का दूसरी तिमाही में कंसोलिडेटेड घाटा कम होकर 7132 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी ने आज जारी हुए तिमाही नतीजों में ये जानकारी दी। कंपनी का पहली तिमाही में कंसोलिडेटेड घाटा 7319 करोड़ रुपये और पिछले साल की इसी तिमाही में घाटा 7218 करोड़ रुपये था। बाजार के जानकारों ने तिमाही के दौरान घाटा 7400 करोड़ रुपये के पार पहुंचने का अनुमान दिया था।
वहीं तिमाही के दौरान कंपनी की कारोबार से आय पिछली तिमाही के मुकाबले 3 प्रतिशत की बढ़त के साथ 9406 करोड़ रुपये रही है। वहीं पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले इसमें 13 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है। पिछली तिमाही के मुकाबले कंपनी का कंसोलिडेटेड ऑपरेटिंग प्रॉफिट 4.2 प्रतिशत की बढ़त के साथ 3862.9 करोड़ रुपये रहा है। वहीं इसी दौरान कंसोलिडेटेड मार्जिन 60 बेस प्वाइंट की बढ़त के साथ 41.1 प्रतिशत पर पहुंच गया है। इसके साथ ही कंपनी की प्रति ग्राहक आय यानि एआरपीयू में भी बढ़त देखने को मिली है। सितंबर तिमाही के अंत तक कंपनी का एआरपीयू (Average revenue per user) 4.8 प्रतिशत की बढ़त के साथ 109 रुपये के स्तर पर पहुंच गया। हालांकि कंपनी के सब्सक्राइबर बेस में गिरावट जारी है। तिमाही के अंत में कंपन के सब्सक्राइबर की संख्या 25.3 करोड़ के स्तर पर थी। पहली तिमाही में ये आंकड़ा 25.54 करोड़ के स्तर पर था।
वोडाफोन आइडिया ने जानकारी दी कि कंपनी ने अपने एआरपीयू को बेहतर बनाने के लिये कुछ प्लान की कीमतों को बढ़ाने की रणनीति पर अमल किया था। कंपनी ने शुरुआती प्रीपेड प्लान की दरें और कुछ पोस्टपेड प्लान की दरों में बढो़तरी की।