नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन-आइडिया के अपने नेटवर्क पर अगले 15 महीने के दौरान 20,000 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना है। कंपनी के अधिकारियों ने ये जानकारी दी। वोडाफोन के मुख्य वित्त अधिकारी अक्षय मुंद्रा ने विश्लेषकों से टेली-कॉन्फ्रेंस में कहा, "हमने वित्त वर्ष 2018-19 और 2019-20 के लिए पूंजीगत खर्च के रूप में कुल 270 अरब रुपये दिए हैं। इसमें करीब 70 अरब रुपये पहले नौ महीनों में खर्च किए गए हैं। अगले 15 महीनों में 200 अरब रुपये का निवेश करने की योजना है।"
कंपनी की राइट इश्यू के माध्यम से 25,000 करोड़ रुपये जुटाने की भी योजना है। कंपनी के प्रवर्तक शेयरधारकों (वोडाफोन समूह और आदित्य बिड़ला समूह) ने निदेशक मंडल की बैठक में अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि वह प्रस्तावित राइट इश्यू में अपनी हिस्सेदारी के तौर पर क्रमश: 11,000 करोड़ रुपये और 7,250 करोड़ रुपये तक का योगदान करने की मंशा रखते हैं।
शेयरधारकों ने ये भी कहा कि अगर राइट इश्यू का कुछ हिस्सा नहीं बिक पाता है तो वे उस बचे हुए हिस्से के पूरे या उसके कुछ भाग को खुद खरीदने का अधिकार अपने पास रख रहे हैं। मुंद्रा ने विश्लेषकों से कहा कि 27,000 करोड़ रुपये के पूंजीगत खर्च में उस क्षमता को शामिल नहीं कि गया है, जो कि वोडाफोन और आइडिया के बीच परिचालन के तालमेल से उपकरणों को फिर से उपयोग में लाने से बनेगी। इस तरह की क्षमता का मूल्यांकन 6,200 करोड़ रुपये किया गया है।