नई दिल्ली। वोडाफोन आइडिया ने जून में खत्म हुई तिमाही के दौरान अपने घाटे में बढ़त दर्ज की है। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी ने 25460 करोड़ रुपये का घाटा दिखाया है। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी ने 4874 करोड़ रुपये का घाटा दिखाया है। कंपनी के घाटे में उछाल करीब 20 हजार करोड़ रुपये के विशिष्ट घाटे (Exceptional loss) की वजह से देखने को मिला है। इसमें विलय से जुड़ी लागत, प्रोविजन, लाइसेंस फीस, स्पेक्ट्रम शुल्क आदि शामिल हैं। सब्सक्राइबर की संख्या के हिसाब से देश की तीसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम ऑपरेटर वोडाफोन आइडिया को ये लगातार आठवां तिमाही घाटा रहा है।
कंपनी का कारोबार से आय पिछले साल के मुकाबले 5.42 फीसदी की गिरावट के साथ 10659 करोड़ रुपये रही है। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी को 11270 करोड़ रुपये की आय हुई थी। वहीं इस दौरान हर यूजर से होने वाली औसत आय यानि ARPU गिरावट के साथ 114 रुपये रही है। मार्च में खत्म हुई तिमाही के दौरान ARPU 121 रुपये के स्तर पर थे। कंपनी पर कुल कर्ज 1.18 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हैं। वहीं कंपनी के पास 3450 करोड़ रुपये की नकदी है। कंपनी पर शुद्ध कर्ज 1.15 लाख करोड़ रुपये है। मार्च तिमाही में शुद्ध कर्ज 1.12 लाख करोड़ रुपये थे।
नतीजों के बाद वोडाफोन आइडिया के सीईओ रविंदर टक्कर ने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से पहली तिमाही के हालात चुनौती भरे बने हुए हैं। स्टोर बंद होने की वजह रिचार्ज की उपलब्धता और आर्थिक स्थितियों की वजह से लोगों की रिचार्ज करने की क्षमता घटने से तिमाही के नतीजों पर असर पड़ा।