लंदन। ब्रिटिश टेलीकॉम ग्रुप वोडाफोन ने भारत में कैपेसिटी बढ़ाने और व्यापार में नई पहल के लिए कुल 13,000 करोड़ रुपए के निवेश का वादा किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में वोडाफोन ग्रुप पीएलसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विटोरियो कोलेवो ने भारत में निवेश करने के संबंध में अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। वोडाफोन भारत में अपने नेटवर्क को उन्नत बनाने और उसके विस्तार में, पुणे और हैदराबाद में नए तकनीक केंद्र बनाने में, नए डेटा केंद्र बनाने और नए पेमेंट बैंक बनाने में 1.3 अरब पौंड (13,000 करोड़ रुपए) का निवेश करेगी।
कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि भारत में वर्ष 2007 में अपना कामकाज शुरू करने बाद से वोडाफोन ने 1,11,000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है। इसकी वजह से कंपनी ने सरकारी खजाने में 1,00,000 करोड़ रुपए से अधिक का योगदान दिया है। वोडाफोन आज देश में सबसे बड़ा एफडीआई निवेशक है। विटोरियो कोलेवो ने कहा वोडाफोन की तरफ से हम प्रधानमंत्री मोदी के डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया के सपने से उत्साहित हैं। वोडाफोन इंडिया 18.8 करोड़ भारतीयों को सेवा प्रदान करता है जिसमें करीब 10 करोड़ लोग ग्रामीण इलाकों से ताल्लुक रखते हैं।
वोडाफोन 13,000 करोड़ में से 8,000 करोड़ रुपए नेटवर्क कवरेज को बढ़ाने, विस्तार करने और अपग्रेड करने पर खर्च करेगा। वहीं, हाई-एंड टेक्नोलॉजी सेंटर अपग्रेड करने और पुणे, अहमदाबाद में ग्राहक अनुभव केंद्र खोलने पर कंपनी 3,000 करोड़ रुपए खर्च करेगी। इसके अलावा कंपनी 1,000 करोड़ रुपए स्टेट-ऑफ-आर्ट टियर- 4 डेटा सेंटर खोलने पर खर्च करेगी। जबकि 1,000 करोड़ रुपए पेमेंट बैंक खोलने लिए खर्च किए जाएंगे।