मुंबई/नयी दिल्ली: विमानन कंपनी विस्तार कुशलता के साथ सक्रिय दृष्टिकोण अपनाते हुये कम लागत संरचना पर ध्यान केंद्रित कर रही है और आय बढ़ाने के नए रास्ते तलाश भी तलाश रही है। एयरलाइन कंपनी के मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष (सीईओ) लेस्ली थंग ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 संकट के बीच पूर्ण सेवा विमान कंपनी ही अधिक महत्वपूर्ण है। दिल्ली स्थित विमान सेवा कंपनी विस्तार ने जनवरी 2015 में घरेलू विमानन क्षेत्र में कदम रखा था और वर्ष 2023 तक उसकी अपने बेड़े में 70 हवाई जहाज शामिल करने की योजना है। उसके पास वर्तमान में 46 विमान हैं।
लेस्ली थंग ने ई-मेल के जरिये हुई बातचीत में कहा, ‘‘कोविड काल में पूर्ण सेवा विमान कंपनी ही बेहतर दिखाई देती है। इनके केबिन में सीटें कम रहती है। महामारी के दौरान हवाई यात्रा में सामाजिक दूरी का चलन बढ़ा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘विस्तार का दृष्टिकोण कुशलता के साथ आगे बढ़ना है और हमारा हमेशा यह मानना रहा है कि ग्राहकों की अलग अलग जरूरतों को देखते हुये इस बाजार में सभी के लिये काफी गुंजाइश है।’’
उन्होंने कहा, ’’हमने अपनी अल्पकालिक योजनाओं में बदलाव किए हैं। लेकिन एयरलाइन का अपने दीर्घकालिक दृष्टिकोण पर ध्यान केन्द्रित है जिसमें वह घरेलू नेटवर्क को बढ़ाने और वैश्विक क्षेत्र में विस्तार पर ध्यान दे रही है।’’ उन्होंने कहा, ’’कंपनी का उद्देश्य लागत को कम करना और आय के नए स्त्रोत को तलाशना हैं। कोविड की दूसरी लहर ने विमानन क्षेत्र को काफी प्रभावित किया है। हवाई यात्रा की मांग सामान्य होने के मार्ग पर थी लेकिन अब उसमे फिर कमी आई है।’’
सीईओ ने कहा, ‘‘यह अभूतपूर्व समय है और भविष्य की स्थिति का अनुमान लगाने के लिए कोई पिछला उदाहरण भी नहीं है। हम मजबूत दृष्टिकोण के साथ लागत को नियंत्रित करने के तरीकों को देखेंगे और हर अवसर का लाभ उठाकर अतिरिक्त आय उत्पन्न करने के रास्ते तलाशेंगे।’’ विस्तार एयरबस और बोइंग के साथ विमानों की सुपुर्दगी कार्यक्रम पर काम कर रही है और उसे इस वित्त वर्ष में शेष चार बोइंग 787-9 ड्रीमलाइनर विमान मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा एयरबस को दिये ए321नियो और ए320नियो विमान भी उसे मिलने की उम्मीद है। कुल मिलाकर एयरलाइन के पास 2023 में 70 विमान का बेड़ा होने की उम्मीद है।